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भागलपुर20 घंटे पहले
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- मेडिकल कॉलेज में किशोर न्याय अधिनियम पर हुई एक दिवसीय कार्यशाला
जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि किशोरों के साथ होने वाला अपराध समाज के लिए गंभीर चुनौती है। किशोरों के साथ अपराध की बड़ी समस्या परिवार ही है। पीड़ित किशोरों के अभिभावक शिकायत दर्ज कराने से परहेज करते हैं। इतना ही नहीं पीड़ित को हीन भावना से देखने लगते हैं। इससे ही समस्या बढ़ रही है और निदान नहीं मिल पाता है। इसलिए अभिभावकों को जागरूक होना जरूरी है। वे रविवार को मेडिकल कॉलेज, नौलखा कोठी के सभाकक्ष में किशोर न्याय अधिनियम पर आयोजित एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जिला जज ने कहा, किशोर अपराध की समस्या को दूर करने के लिए हम सबको सजग होना होगा। उसकी शिकायत उचित फाेरम के सामने करनी चाहिए। ताकि आवश्यक कदम उठाकर उनका निवारण किया जा सके और किशोरों को न्याय मिल सके। कार्यक्रम को डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी आशीष भारती, नवगछिया एसपी स्वप्ना जी मेश्राम आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि किशोरों के प्रति अपराध और किशोरों को अपराधी बनने की समस्या काे दूर करने के लिए हमें नैतिक व सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। कार्यक्रम में एडीजे-1 शोभाकांत मिश्रा, पॉक्सो स्पेशल जज रोहित शंकर, महेश प्रसाद सिंह, किशोर न्याय परिषद के प्रधान मजिस्ट्रेट शैलेश कुमार राम आदि ने पॉक्सो एक्ट व जुवेनाइल एक्ट के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में लॉ व मेडिकल स्टूडेंट्स के सवालों का जवाब न्यायिक पदाधिकारियों ने दिया। कार्यक्रम का समापन डालसा की सचिव रुम्पा कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन का किया। संचालन रमण कर्ण व तनुजा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया।
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