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फरीदाबादएक घंटा पहले
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फाइल फोटो
- पुलिस ने रिकार्ड 11 दिन में फाइल कर दी थी 600 पेज की चार्जशीट, 60 गवाह हैं
बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। पुलिस की सिफारिश को कोर्ट ने सुनवाई के लिए मंजूर कर दी है। ऐसे में अब इस मामले में जल्द फैसला होने की उम्मीद है। क्योंकि केस की सुनवाई रोज होगी। पुलिस रिकार्ड 11 दिन में चार्जशीट पहले ही दाखिल कर चुकी है। 14 दिन में फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस की सुनवाई मंजूर कर ली गई। पीड़ित परिवार ने अब तक की कार्रवाई पर संतोष जताते हुए ढाई से तीन माह में फैसला आने की उम्मीद जताई है।
6 अक्टूबर को पुलिस ने फाइल की चार्जशीट
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इसकी जांच एसआईटी को सौंप दी थी। उसने पांच घंटे के अंदर मुख्य हत्यारोपी तौसीफ को सोहना से गिरफ्तार कर लिया था। जबकि उसके साथी रेहान को दूसरे दिन गिरफ्तार किया गया था। तमाम साक्ष्यों और सबूतों को एकत्र कर महज 11 दिन में ही 600 पेज की चार्जशीट तैयार कर छह नवंबर को कोर्ट में दाखिल कर दी गई। इस चार्जशीट में निकिता हत्याकांड की मुख्य गवाह उसकी सहेली समेत कुल 60 लोग बनाए गए हैं।
पुलिस ने की थी एफटीसी में सुनवाई की अपील
इस घटना के बाद पूरे देश के हिंदू संगठनों में उबाल आ गया था। निकिता को न्याय दिलाने लिए बल्लभगढ़ में हिंसा भी हुई। सूत्रों के अनुसार सरकार के आदेश पर पुलिस कमिश्नर ने इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने के लिए कोर्ट से गुजारिस की थी। पुलिस कमिश्नर ने कोर्ट को इसके लिए पत्र भी लिखा था। 9 अक्टूबर को जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक गुप्ता ने इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने की मंजूरी दे दी। निकिता के मामा एडवोकेट एदल सिंह रावत के अनुसार अब केस की सुनवाई हर दिन होगी। ऐसे में ढाई से तीन माह में फैसला आने की उम्मीद है। उधर मृतका के पिता मूलचंद तोमर का कहना है कि उन्हें संतुष्टि तभी होगी जब हत्यारों को फांसी की सजा मिले।
यह है पूरा मामला
बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के बाहर शाम चार बजे परीक्षा देकर निकल रही बीकॉम की छात्रा निकिता तोमर की सोहना निवासी तौसीफ और रेहान ने कार में अगवा करने का प्रयास किया था। विरोध करने पर तौसीफ ने निकिता को गोली मार दी थी। इससे अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निसान खड़ा कर दिया था। इस हत्याकांड की पूरी तस्वीर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
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