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मलोट12 घंटे पहले
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- मलोट में समागम के दौरान सुखबीर बादल ने कहा- कैप्टन का दिल्ली में धरना सिर्फ ड्रामा
- कहा- किसान रेलवे ट्रैक और सड़कों पर दिन गुजार रहे, लेकिन कैप्टन को आलीशान महल से निकलने की फुर्सत ही नहीं मिलती
पूर्व उपमुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने मलोट रोड स्थित पैलेस में समागम के दौरान पार्टी नेताओं व वर्करों के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान सुखबीर बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह लोगों को झूठ का लारा लगाकर वोटें प्राप्त की व सत्ता में आने के बाद पंजाब के लोगों से किए वादों को भूल गए, परंतु अब समूचे पंजाब वासियों के दिलों में कांग्रेस के प्रति रोष है।
उनकी असलियत भी लोगों के सामने आ चुकी है। आने वाले समय में लोग कांग्रेस को मुंह नहीं लगाएंगे। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए पेश बिल गैर कानूनी थे। इसी कारण उनके बिल पर गर्वनर ने हस्ताक्षर नहीं किए। उन्होंने कहा कि इसके बारे उन्होंने कैप्टन को कहा था कि राज्य का एक मंडी के तौर पर बिल पेश किया, जाएं जैसे छत्तीसगढ़ राज्य में किया गया है, परंतु कैप्टन ने सिर्फ लोगों को गुमराह करने के लिए ड्रामा रचा था। पंजाब के किसान सड़कों व रेलवे ट्रैक पर दिन गुजार रहे हैं, परंतु कैप्टन को अपने आलीशान महल से निकलने की फुर्सत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि कैप्टन को दिल्ली में धरने पर नहीं, बल्कि मरणव्रत पर बैठना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल किसान और मजदूरों की पार्टी है। पार्टी ने हमेशा ही किसानों के दुख-सुख में साथ दिया है। पार्टी ने किसानों के लिए ही भाजपा से गठजोड़ तोड़ा है। इस मौके पर पूर्व विधायक हरप्रीत सिंह कोटभाई, पूर्व नगर कौंसिल प्रधान हरपाल सिंह बेदी, सचिव बिंदर सिंह और अन्य उपस्थित थे। ॉ
सुखबीर बोले- कैप्टन सचमुच किसानों के हितैषी हैं तो मरणव्रत पर बैठें
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुखबीर बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का दिल्ली में धरना ड्रामा है। वह तो केंद्र सरकार के साथ दोस्ताना मैच खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कैप्टन सचमुच किसानों के हितैषी हैं तो वह मरणव्रत पर बैठें। उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को किसान संगठनों की ओर से किए जा रहे बंद को लेकर शिरोमणि अकाली दल किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के कारण भाजपा के साथ 40 साल पुराना गठजोड़ तोड़ा।
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