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- बीकानेर में पेट्रोल पंप की मंजूरी के लिए पचास हजार रुपए की रिश्वत मांगी, एक्सईएन और तकनीकी सहायक जयपुर में गिरफ्तार
बीकानेर21 मिनट पहले
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बीकानेर में पेट्रोल पंप खोलने की एनओसी देने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार दान सिंह मीणा (काली शर्ट) और सीताराम वर्मा। इन्हें एसीबी ने जयपुर में पकड़ा
- भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय में शिकायत के बाद जयपुर में किया ट्रेप
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से जुड़े मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे के 2 अफसरों बीकानेर जिले के नोखा तहसील में हाइवे पर पेट्रोल पम्प चलाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देने के मामले में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई ACB टीम ने गुरुवार को जयपुर में अजमेर रोड पर डीसीएम के समीप एक ऑफिस में की।
पुलिस महानिदेशक (ACB) बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अधिशासी अभियंता दान सिंह मीणा है तथा दूसरा आरोपी तकनीकी सहायक सीताराम वर्मा है। ये दोनों मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे में पदस्थापित है। इनके खिलाफ बुधवार को एक व्यक्ति ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसका बीकानेर के नोखा में नेशनल हाइवे पर एक पेट्रोल पंप बनना था। इसके लिए NHAI को अनापत्ति प्रमाण पत्र देना था। इसी एनओसी को जारी करने की एवज में दो अफसर उससे 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे है।
अजमेर रोड स्थित ऑफिस में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
तब एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में एएसपी नरोत्तम वर्मा को शिकायत की जांच सौंपी गई, जो कि सही पाई गई। तब एसीबी ने ट्रेप रचा। गुरुवार को शिकायतकर्ता को 50 हजार रुपए रिश्वत की रकम लेकर रिश्वतखोर अफसरों के पास भेजा। परिवादी से ज्योंही आरोपियों ने रिश्वत की रकम ली।
तभी इशारा मिलने पर एसीबी टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और रिश्वत की रकम जब्त कर ली। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। घूस लेने के बाद दोनों आरोपियों के घर सर्च कार्रवाई जारी थी। यह कार्रवाई पुलिस इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में टीम ने की।
मुंबई से IIT करने के बाद IES में हुआ था सलेक्ट
27 साल के दान सिंह मीणा मूल रूप से टोडाभीम करौली का रहने वाला है। जयपुर में अपने भाई के साथ रहता है। IIT मुंबई से करने के बाद वह करीब दो साल पहले इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज में चयनित हुआ था। इसके बाद उसकी पोस्टिंग जयपुर में हो गई। एक भाई RAS भी बताया जा रहा है। वहीं, 58 साल का आरोपी सीताराम वर्मा भी जयपुर का रहने वाला है। ये लोग हाइवे पर पेट्रोल पंप देने से पहले चैक करते है कि पंप ट्रेफिक में बाधा तो नहीं बन रहा है। इसके अलावा आवाजाही और कई अन्य बिंदु तय करने के बाद एनओसी देते है।
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