BPSC topper: 68वीं BPSC की संयुक्त परीक्षा का रिजल्ट जारी हो चुका है, जिसमें टॉप 10 में लड़कियों का दबदबा रहा. पहली, तीसरी, चौथी, छठी,आठवीं और दसवीं रैंक पर लड़कियों का कब्जा रहा. इसमें ज्यादातर ऐसे टॉपर हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सेवा में योगदान देने का सपना देखा और उसे पूरा किया. कुछ ऐसी ही कहानी पटना की रहने वाली अंजली जोशी की है. अंजली बताती हैं कि एनआइटी जयपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने के बाद उन्होंने ढ़ाई साल तक नामचीन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की. लेकिन उसमें अंजली को संतुष्टि नहीं मिल रही थी. बचपन से ही उन्हें सिविल सर्विसेज में काम करने का मन था. इसीलिए फिर नौकरी छोड़ उन्होंने सिविल सेवा की ओर मुड़ने का फैसला.
दूसरी बार दिया BPSC संयुक्त परीक्षा
अंजली बताती हैं कि BPSC की 67वीं संयुक्त परीक्षा में उन्हें 439वां रैंक मिला था और तब उन्हें एपीओ का पद मिला था. लेकिन इस बार लंबी छलांग मारते हुए अंजली ने चौथा रैंक हासिल किया. अब उन्हें ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार का पद मिला है. अंजली बताती हैं कि सारी बेसिक जानकारी 67वीं परीक्षा में ही क्लियर हो गई थी. हालांकि 68वीं संयुक्त परीक्षा में पैटर्न कुछ बदला हुआ था. निबंध का एक ऑप्शन जुड़ गया था. अंजली को लगता है कि निबंध की वजह से उनके रैंक में ज्यादा उछाल आया है. उनकी सफलता में परिवार के साथ-साथ रीतेश सर का भी बड़ा योगदान रहा है. तैयारी करने के लिए उन्होंने यूट्यूब का भी सहारा लिया था. अंजली के पिता विजय प्रसाद प्लानिंग विभाग के रिटायर असिटेंट डायरेक्टर हैं, वहीं मां अंजू देवी गृहणी हैं. उनका बड़ा भाई यूपीएससी की तैयारी करता है और छोटा भाई अभी 12वीं में है.
कैसे हुई तैयारी
अंजली का कहना है कि तैयारी के लिए क्वेश्चन बैंक को एकदम रट लीजिए और इसका एक रोडमैप बना लीजिए. उसके बाद क्वेश्चन बैंक से जुड़े सभी टॉपिक का नोट्स बना लें और रिवाइज करते रहें. लिखने की प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा करते रहे, जिससे आपकी स्पीड बनेगी. अंजली ने बताया कि वह खुद लाइब्रेरी में ही पढ़ाई करती थीं और रोज 8 से 10 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी. मॉक टेस्ट देने को भी वह सही बताती हैं. उन्होंने खुद 67वीं BPSC परीक्षा के लिए 5 और 68वीं BPSC परीक्षा के लिए 2 मॉक इंटरव्यू दिया था.
इंटरव्यू में क्या पूछा गया था ये सवाल
अंजली का हॉबी योगा है, इसलिए उनसे योगा से कई सवाल पूछे गए थे. इजरायल-हमास युद्ध के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय राजनीति से भी सवाल पूछा गया था. महिलाओं के लिए बिहार सरकार की पांच योजनाओं से सवाल किया गया था. आईटी बैकग्राउंड होने के कारण आईटी पार्क बनवाने के लिए इंपोर्टेंट फैक्टर के बारे में उनसे सवाल किया गया था.
UPSC है लक्ष्य
अंजली ने कहा कि अभी मैं सब रजिस्टार के पद पर ज्वॉइन करूंगी, लेकिन तैयारी जारी रहेगी. अब पूरी तैयारी के साथ UPSC की परीक्षा देनी है. बाकी अभ्यर्थियों को एक टॉपर टिप्स यह देना चाहूंगी कि नियमित पढ़ाई करें और कल पर कुछ नहीं छोड़ें.