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- 226 दिन बाद नौका विहार, कल से, केवल 4 सीट की नाव में बैठेंगे; एसओपी का विमोचन, नाव और जीवन रक्षक जैकेट को नियमित किया जाएगा
चंडीगढ़2 घंटे पहले
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सुखना लेक में 228 दिन के बाद फिर से बोट घूमती नजर आएगी। 1 नवंबर से यहां बोटिंग फिर शुरू हो रही है। अब लोग शिकारे में जा सकते हैं या फिर क्रूज में एन्जाॅय कर सकेंगे। इसके लिए एसओपी प्रशासन की तरफ से जारी कर दी गई हैं और इसी हिसाब से यहां पर रविवार सुबह करीब 9 बजे से बोटिंग शुरू हो जाएगी।
शुक्रवार को लेक में बोटिंग शुरू करने को लेकर तैयारियां पूरी की गई। ये पहली बार था जब इतने दिनों के लिए लेक में बोटिंग बंद रही। कोरोना संक्रमण के चलते 18 मार्च को ही यहां पर बोटिंग बंद कर दी गई थी। इससे पहले बर्ड फ्लू पाॅजिटिव केस आने के समय एक महीने के लिए सुखना को बंद किया गया था।
कमाई कितनी
- 2-3 लाख रुपए बोटिंग से ही कमाई होती है रोज सिटको की
- 4-5 लाख रुपए की कमाई होती वीकएंड पर
- क्रूज चलेंगे, 24 सीटर के क्रूज में सिर्फ 12 लोग ही बैठ सकेंगे।
- 15 सीट वाले क्रूज में सिर्फ 7 लोगों को बैठने की मंजूरी रहेगी।
- सुखना लेक में कुल 78 बोट चार सीट वाली हैं, जो रविवार से चलनी शुरू हो जाएंगी।
- 5 शिकारे हैं यहां पर, जो रविवार से चलने शुरू हो जाएंगे।
- दो क्रूज हैं जो पार्टी वगैरह के लिए चलाए जाते हैं ये भी दोनों रविवार से शुरू हो जाएंगे।
टिकट के दाम में कोई बदलाव नहीं
- लेक में अभी सिर्फ 4 सीटर बोट ही अभी चलेंगी, जिनमें से प्रत्येक में 50 फीसदी यानि सिर्फ 2 लोग ही बैठ सकेंगे।
- टिकट खरीदने से पहले टेम्प्रेचर चेक होगा। इसके बाद ही टिकट मिलेगा।
- टिकट खरीदने के बाद आप जब बोट के लिए जाएंगे तो यहां हाथों को सैनिटाइज करना होगा।
- तीन शिकारे यहां हैं, जिनमें प्रत्येक में 5 लोगों के बैठने की जगह है। इनमें अभी प्रत्येक में 3 लोग ही बैठ सकेंगे।
- टू सीटर बोट को अभी नहीं चलाया जाएगा, इसमें 50% के हिसाब से लोगों को नहीं बैठाया जा सकता।
- हर फेरे के बाद जब बोट वापस आएगी तो उसे सैनिटाइज किया जाएगा। लाइफ सेविंग जैकेट्स को भी सैनिटाइज करने के बाद ही रखा जाएगा।
- बोटिंग के लिए रेट लाॅकडाउन से पहले की तरह ही रहेंगे। न बढ़ोतरी है और न ही कम किए गए हैं।
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