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मधुबनी: एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में गुरुवार को उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मधुबनी के झंझारपुर के ललित कर्पूरी स्टेडियम में चुनावी सभा संबोधित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि माता जानकी की यह पवित्र भूमि अयोध्या की ही तरह पावन और पवित्र है. यहां आकर गौरवान्वित महसूस करता हूं. यह भूमि मुझे आनंदित कर रहा है. यह सौभाग्य है कि मुझे इस पवित्र भूमि से आपसे संवाद का मौका मिला है.
पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त, बिहार चुनाव में मस्त
जनसभा में योगी ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार की उपलब्धि को गिनाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने छह वर्ष के अंदर तीन करोड़ लोगों को आवास, चार करोड़ को बिजली, 10 करोड़ को शौचालय, 15 करोड़ को मुद्रा योजना से लोन, 35 करोड़ को जन धन योजना का खाता, 12 करोड़ को प्रधनमंत्री किसान सम्मन योजना, 50 करोड़ को आयुष्मान योजना का लाभ दिया और 80 करोड़ लोगों को कोरोना काल मे निः शुल्क खाद्यान योजना का लाभ दिया.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अन्य दुष्ट देशों से सरहद पर दृढ़ता के साथ सेना लड़ रही है. यह नए भारत की पहचान है. उन्होंने भीड़ से उत्साहित होकर कहा कि पूरी दुनिया जहां कोरोना से त्रस्त है, वहीं बिहार चुनाव में मस्त है. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि दो गज दूरी और मास्क ही कोरोना से लड़ाई का अभी सबसे बेहतर तरीका है.
यूपीए घोटालों वाली सरकार
झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी नीतीश मिश्रा और राजनगर के प्रत्यशी रामप्रीत पासवान के पक्ष में चुनावी सभा को सम्बोधन करने पहुंचे योगी ने विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपीए की तब की केंद्र सरकार घोटालों की सरकार थी. उनके शासनकाल में स्पेक्ट्रम, कोयला सहित अन्य घोटाले हुए.
नौकरी दिए जाने के चुनावी झांसे में न आएं
बिहार की 15 साल की राजद सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि उस समय यहां जंगल राज्य था. उन्होंने लोगों से महागठबंधन द्वारा किए जा रहे दस लाख युवाओं को नौकरी दिए जाने के चुनावी झांसे में न आने की अपील की. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का राज्य में माले से समझौता करना यानी राज्य को नक्सलवाद के आतंक में झोंकना है. जबकि पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म कर रहे हैं.
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