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- बिहार चुनाव 2020 नवीनतम समाचार अपडेट; मतगणना गया, बेगूसराय, पूर्वी चंपारण और सिवान केंद्रों पर संपन्न होगी
पटना11 घंटे पहलेलेखक: मनीष मिश्रा
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ईवीएम एवं वीवीपैट को वज्रगृह में रखा गया है।
- रिजल्ट में भी होगी देरी, मतगणना कर्मियों को आपस में संवाद करने में भी होगी समस्या
- पहली बार बदली मतगणना की व्यवस्था, कई सेंटरों की दूरी से आपसी संवाद में आएगी अड़चन
कोरोना संक्रमण के डर से इस बार मतगणना की व्यवस्था पूरी तरह से बदल गई है। जहां एक केंद्र पर मतों की गणना हो जाती थी, वहां अब तीन-तीन सेंटर बनाए गए हैं। सेंटरों के बीच की दूरी का बड़ा असर परिणाम पर भी पड़ेगा। गया में इस बार तीन सेंटर बनाए गए हैं, जिनकी आपस में दूरी लगभग 7 किलोमीटर है। गया कॉलेज को मेन सेंटर बनाया गया है, लेकिन जगजीवन कॉलेज और अनुग्रह कॉलेज की दूरी अधिक है। प्रदेश में कुल 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 4 जिलों में तीन-तीन, जबकि 9 जिलों में दो-दो केंद्र बनाए गए हैं। जहां कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने में समस्या नहीं है, वहां पूर्व की तरह एक सेंटर पर ही मतों की गणना होगी। एक से अधिक सेंटर वाले जिलों में परिणाम के समय पर असर पड़ेगा।
दो गज की दूरी में तेज आवाज लगाने की मजबूरी
कोरोना काल में मतगणना के दौरान कई बड़े बदलाव में माइकिंग भी बड़ा है। सेंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग के कारण संवाद में समस्या होगी। दो गज की दूरी में मतगणना कर्मियों को तेज आवाज लगाने की बड़ी मजबूरी होगी। हालांकि संवाद के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जाएंगे, इसके बाद भी काउंटिंग के परिणाम में लगभग एक घंटे का अंतर हो सकता है। माइकिंग का शोर भी भारी पड़ेगा, आवाज गूंजने से बाधाए होंगी। सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक समय तक मतगणना स्थल पर रहने और लगातार माइकिंग के शोर से समस्या होगी।
मतगणना को लेकर यह है दावा
मतगणना स्थल को वज्रगृह के रूप में बनाया गया है। यहां थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। ईवीएम एवं वीवीपैट को वज्रगृह में ही रखा गया है। 10 नवंबर को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतों की गणना होगी। सेंटर पर प्रत्येक व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है। केंद्र पर त्रिस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था के लिए चारों तरफ से सुरक्षा घेरा बनाया गया है। केंद्रीय पुलिस बल, जिला पुलिस बल के जवान तीन लेयर में सेंटर के भीतर एवं बाहर की सुरक्षा की व्यवस्था देखेंगे। जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई है। मतगणना केंद्र पर जाने के लिए पास की व्यवस्था की गई है। परिसर के भीतर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां से मॉनिटरिंग की जाएगी।
बेगूसराय में भी बदलाव
भागलपुर में भी कोरोना का खतरा देखते हुए दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। महिला आईटीआई कॉलेज के साथ पॉलिटेक्निक कॉलेज में मतों की गणना होगी। कुल 4 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना की पूरी तैयारी की गई है। बेगूसराय में भी इस बार बड़ा बदलाव है। कोरोना के कारण 7 विधानसभा सीटों की मतगणना बाजार समिति परिसर के साथ एपीएसएम कॉलेज बरौनी में कराई जाएगी। इसके अलावा एक और सेंटर बनाया गया है। यहां कुल तीन केंद्रों पर पहली बार मतगणना होगी। पूर्वी चंपारण में भी तीन केंद्रों पर मतगणना होगी।
14 टेबल लगाए जाएंगे
सीवान में भी कोरोना के कारण तीन मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। यहां कुल 8 विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना होगी। हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल लगाए जाएंगे, लेकिन संक्रमण से बचाव के लिए एक कमरे में बस 7 टेबल ही लगाए जाएंगे। अरवल में मतों की गणना पूर्व में गोदानी सिंह महाविद्यालय में होती थी लेकिन इस बार फतेहपुर कॉलेज में मतगणना का काम कराया जाएगा। दरभंगा में इस बार बाजार समिति और महिला पॉलिटेकनिक में मतों की गणना की जाएगी। पूर्णिया में पहले पूर्णिया कॉलेज में ही मतों की गणना होती थी, लेकिन इस बार पूर्णिया कॉलेज के साथ महिला कॉलेज को भी मतगणना केंद्र बनाया गया है। भोजपुर में बाजार समिति परिसर में 7 विधानसभा सीटों की गणना होगी। इस बार यहां व्यवस्था सामान्य दिनों से दोगुनी कर दी गई है।
कोरोना से यहां बड़ा बदलाव
55 मतगणना केंद्र पूरे प्रदेश में बनाए गए।
3 मतगणना केंद्र पूर्वी चंपारण में बनाए गए।
3 मतगणना केंद्र गया में बनाए गए गए।
3 मतगणना केंद्र बेगूसराय में बनाए गए।
2 मतगणना केंद्र मधुबनी में बनाए गए।
2 मतगणना केंद्र पूर्णिया में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र सहरसा में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र दरभंगा में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र गोपालगंज में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र भागलपुर में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र नालंदा में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र नवादा में बनाए गए हैं।
2 मतगणना केंद्र बांका में बनाए गए हैं।
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