लेखक: विवेक कुमार
TNT News : हमारी प्रकृति ने हमें बहुत से ऐसे अनमोल उपहार दिए हैं जिनका सेवन यदि हम करते हैं तो फिर हमारी सेहत ऐसी होती है कि लोग पूछने पर मजबूर हो जाते हैं कि आप आखिर खाते क्या हैं ? मेवे किसे पसंद नहीं होते, बस एक मुठ्ठी लो सेहत और ताकत से भरपूर महसूस करो। यदि बात ड्रायफ्रूट की होती है तो अक्सर लोग काजू, बादाम, अखरोट, किसमिश का नाम लेते हैं लेकिन इस आलेख में हम आप को आज एक ऐसे ड्रायफ्रूट के बारे में बताने जा रहें हैं जिसे सभी मेवों का बाप कहा जाता है। ऐसा इस लिए है क्योकि इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। जी हां हम बात कर रहें चिलगोजा की। ये एक ऐसा मेवा है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। जो लोग जानते हैं वे विशेष रूप से सर्दी के मौसम में इसका सेवन जरूर करते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है यदि आप प्रतिदिन 4 से 5 चिलगोज़े खाते हैं तो मजाल है कि आप पर सर्दी का हमला हो जाए। तो आइए अब चिलगोज़े के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कहां पैदा होता है:
चिलगोजा की खेती भारत के उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र में होती है। हिमालय की गोद में लगभग 1800 से 3000 मीटर की उंचाई पर पाया जाता है। दरअसल चिलगोजा देवदार वृक्ष के बीज होते हैं, जिसका उपयोग मनुष्य खाने के लिए भी करता है। यह बहुत ही पुष्टि वर्धक और बलवर्धक मेवा होता है जो काफी उंचाई पर होता है। भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशो में भी चिलगोजा पाया जाता है जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बालूचिस्तान।
काफी मंहगा मेवा है:
चिलगोजा काफी मंहगे मेवों की श्रेणी में आता है। यदि इसके कीमत की बात करें तो भारतीय बाजार में यह लगभग 5000 से 8000 रूपए किलों के हिसाब से बेंचा जाता है। इसके इतना मंहगा होने का एक कारण यह भी है कि यह काफी दुर्लभ होता है। काफी उंचाई पर पाए जाने के कारण यह कीमती हो जाता। दूसरा इसमें जो गुण पाए जाते हैं वह भी इसे बेशकीमती बना देते हैं। इसके साथ ही इससे बहुत सी दवाईयां भी बनाई जाती है जो कई रोगों में काफी मायदेमंद सावित होती हैं।
जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर:
चिलगोजा आवश्यक पोषक तत्वों का खजाना है। 100 ग्राम चिलगोजा में 16 ग्राम प्रोटीन, 16 ग्राम कार्बोहइड्रेट और स्वास्थ्य के लिए जरूरी सभी मिनरल जैसे जिंक, मैगनीज़, पोटेशियम, विटामिन B1, विटामिन B 2, विटामिन C, आयरन, कैल्शियम, और कॉपर जैसे महत्वपूर्ण घटक प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
पुरूषों के लिए वरदान:
प्राचीन काल से ही पुरूषों के लिए यह एक वरदान के रूप में रहा हैं। पुरूषों में फर्टिलिटी रेट बढ़ाने के लिए चिलगोजा का उपयोग काफी फादेमंद होता है। वर्षों से पुरूषों की नपुंसकता को दूर करने के लिए चिलगोजा का प्रयोग किया जाता रहा है। इसके साथ ही चिलगोजा एक बहुत ही अच्छा एंटी ऑक्सीडेंट है जो कि बीमार ओर शिथिल पड़ चुके सेल्स को रिपेयर करता है। इस प्रकार त्वचा में नई ताजगी आती है और बालों पर भी इसका काफी अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है:
कहते हैं बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि आप की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो। चिलगोजा मनुष्य के इम्यून सिस्टम को बढ़ाता हैं। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जिसके कारण से यह शरीर में आने वाले हानिकारक वायरस को शरीर से दूर रखने और उन्हें नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कैसे करें सेवन:
बड़ों के लिए एक दिन में 5 चिलगोजें खाना लाभदायक है तो वहीं बच्चों को 2 से 3 चिलगोजे दिए जा सकते हैं। यह खून बढ़ाता है और त्वचा में निखार लाता हैं इसके अलावा इसका सबसे खास गुण है कि यह बुद्धि का विकास तेजी से करता है इस प्रकार यदि बच्चे इसका सेवन करते हैं तो उनका माइंड शार्प हो सकता है।