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हिंदू शास्त्रों के अनुसार, Basant Panchami, जिसे सरस्वती पूजा के रूप में भी जाना जाता है, हर साल माघ महीने शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है।
इस साल त्योहार की शुभ तिथि 16 फरवरी है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, यह माना जाता है कि इस दिन देवी दुर्गा ने देवी सरस्वती को जन्म दिया था, जिन्हें ज्ञान, कला और संगीत की देवी माना जाता है।
इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व माना जाता है। इस त्योहार में सरसों की फसल का समय होता है, जिसमें पीले रंग के फूल होते हैं, जो देवी सरस्वती का पसंदीदा रंग है। इसके अलावा, यह वसंत के मौसम की शुरुआत भी होती है जब पेड़-पौधों पर नए पत्ते, फूल और कलियाँ खिलने लगते हैं। तो पीली धरती के साथ लोग पीले कपड़े पहनकर बसंत पंचमी का स्वागत करते हैं। इन अन्य कारणों में यह भी शामिल है कि इस त्योहार पर सूर्य उत्तरायण है और इसकी पीली किरणें इस बात का प्रतीक हैं कि हर किसी को सूर्य की तरह गंभीर और तेज बनना चाहिए।
देवी सरस्वती की मूर्ति को इस दिन पीले वस्त्र और आभूषणों से सजाया जाता है। बसंत पंचमी वह दिन है जो पूरी तरह से मां सरस्वती जी को समर्पित है।
बसंत पंचमी 2021 सरस्वती पूजा तिथि: 16 फरवरी 2021
बसंत पंचमी 2021 सरस्वती पूजा का समय:
पंचमी तीथि शुरू होती है – 03:36 AM 16 फरवरी, 2021 को
पंचमी तिथि समाप्त – 05:46 पूर्वाह्न 17 फरवरी, 2021 को
बसंत पंचमी 2021 सरस्वती पूजा शुभ मुहूर्त: प्रातः 06:59 से दोपहर 12:35 तक
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