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- जिम संचालक द्वारा गिरफ्तार किए गए, धोखाधड़ी करने वाले ने ग्रेटर कैलाश में 10 करोड़ रुपए की संपत्ति बेची; 2.08 करोड़ भी दिए गए
नई दिल्ली8 दिन पहले
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फाइल फोटो
- आर्थिक अपराध शाखा ने आरोपी के खिलाफ की कानूनी कार्रवाई
आर्थिक अपराध शाखा ने चीटिंग केस में एक जिम संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान राहुल नारंग (46) के तौर पर हुई जो ग्रेटर कैलाश पार्ट इलाके का रहने वाला है। आरोपी पर चीटिंग के दो केस दर्ज मिले हैं। दो दिन के रिमांड पर लेकर पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ एमएस हर्जी इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हरभेज सिंह ने साल 2018 में शिकायत दी थी। पुलिस को बताया गया आरोपी ने ग्रेटर कैलाश की एक प्रॉपर्टी का हिस्सा बेचने के लिए उनसे डील की थी। बताया गया प्रॉपर्टी सभी तक के कर्ज से मुक्त है।
इस भरोसे पर पीड़ित दस करोड़ की इस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए राजी हो गया। आरोपी पक्ष को 2.08 करोड़ रुपए दे भी दिए। बाद में पीड़ित को पता चला यह प्रॉपर्टी आर्थिक संस्थाओं के कर्ज से मुक्त नहीं हैं। इस प्रॉपर्टी के एवज में लोन लिया गया था। पीड़ित को खुद के साथ हुई धोखाधड़ी का अहसास हुआ जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी।
पिछले साल इस मामले को लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया था। जांच के दौरान आरोपी द्वारा पीड़ित को धोखे से प्रॉपर्टी बेचने की कोशिश वाली बात सही साबित हुई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को मामले में अरेस्ट कर लिया। पुलिस को पता चला इस प्रॉपर्टी पर कई जगह से लोन लिया गया था। आरोपी ग्रेटर कैलाश एरिया में एक नामी जिम चलाता है। स्टाइलिश जिंदगी जीने के लिए वह झूठे वादे पर लोगों से मोटी रकम उधार भी ले चुका था। आरोपी ने डीयू से स्नातक कर रखी है। बहरहाल, पुलिस को अब इस केस में आरोपी के सहयोगियों की तलाश है।
आर्थिक अपराध शाखा ने चीटिंग केस में एक जिम संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान राहुल नारंग (46) के तौर पर हुई जो ग्रेटर कैलाश पार्ट इलाके का रहने वाला है। आरोपी पर चीटिंग के दो केस दर्ज मिले हैं। दो दिन के रिमांड पर लेकर पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ एमएस हर्जी इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हरभेज सिंह ने साल 2018 में शिकायत दी थी। पुलिस को बताया गया आरोपी ने ग्रेटर कैलाश की एक प्रॉपर्टी का हिस्सा बेचने के लिए उनसे डील की थी। बताया गया प्रॉपर्टी सभी तक के कर्ज से मुक्त है। इस भरोसे पर पीड़ित दस करोड़ की इस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए राजी हो गया।
आरोपी पक्ष को 2.08 करोड़ रुपए दे भी दिए। बाद में पीड़ित को पता चला यह प्रॉपर्टी आर्थिक संस्थाओं के कर्ज से मुक्त नहीं हैं। इस प्रॉपर्टी के एवज में लोन लिया गया था। पीड़ित को खुद के साथ हुई धोखाधड़ी का अहसास हुआ जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी।
पिछले साल इस मामले को लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया था। जांच के दौरान आरोपी द्वारा पीड़ित को धोखे से प्रॉपर्टी बेचने की कोशिश वाली बात सही साबित हुई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को मामले में अरेस्ट कर लिया। पुलिस को पता चला इस प्रॉपर्टी पर कई जगह से लोन लिया गया था। आरोपी ग्रेटर कैलाश एरिया में एक नामी जिम चलाता है। स्टाइलिश जिंदगी जीने के लिए वह झूठे वादे पर लोगों से मोटी रकम उधार भी ले चुका था। आरोपी ने डीयू से स्नातक कर रखी है। बहरहाल, पुलिस को अब इस केस में आरोपी के सहयोगियों की तलाश है।
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