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पंजाबएक मिनट पहले
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धरने पर बैठे किसान
- पुलिस अलर्ट, अर्धसैनिक बलों की 6 कंपनियां, 120 जवान तैनात
- पंजाब में 100 से ज्यादा स्थानों पर राष्ट्रीय व स्टेट हाईवे जाम
केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ वीरवार को भाकियू व विभिन्न किसान संगठन पंजाब भर में चक्का जाम करेंगे। हालांकि पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा और आने-जाने की व्यवस्था संबंधी इंतजाम किए गए हैं, लेकिन 12 बजे से 4 बजे तक अगर कहीं आने-जाने का प्लान है तो कैंसिल कर दें, बेहतर रहेगा। क्योंकि असुविधा हो सकती है। बता दें कि पंजाब में 41 दिन से किसान आंदोलन कर रहे हैं।
प्रदेश में 100 से ज्यादा स्थानों पर राष्ट्रीय व स्टेट हाईवे जाम किए जाने की तैयारी किसान संगठनों की कर ली है। भाकियू एकता उगराहां के पंजाब प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां और प्रदेश महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने बताया कि पंजाब के 14 जिलों में 35 स्थानों पर बड़ी तादाद में नौजवानों और महिलाओं के बड़े जलसे कर हाईवे जाम किए जाएंगे। रेल रोको आंदोलन छह नवंबर तक जारी रहेगा।
किसान संगठनों ने सेंट्रे के खेत कानूनों के खिलाफ आज दोपहर 12.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक राजमार्गों को अवरुद्ध करने के लिए। सभी आपातकालीन सेवाओं को पास दिया जाएगा। विरोध लगभग 46 स्थानों पर होगा: सरवन सिंह पांडेय, महासचिव, किशन मजदूर संघर्ष समिति, #Punjab। pic.twitter.com/J6l0DthuO2
– एएनआई (@ANI) 5 नवंबर, 2020
20 नवंबर तक नहीं रोकेंगे मालगाड़ियां
किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन से जरूरी सामान की ढुलाई ठप है। बुधवार को चंडीगढ़ में हुई 28 किसान जत्थेबंदियों की मीटिंग में फैसला लिया गया कि 20 नवंबर तक मालगाड़ियों को नहीं रोका जाएगा। जम्हूरी किसान सभा के महासचिव कुलवंत सिंह संधू ने कहा, केंद्र सरकार का रवैया किसान व पंजाब विरोधी हैं।
खाद, यूरिया, कोयला, होजरी व अन्य सामान की सप्लाई के लिए 20 नवंबर तक मालगाड़ियां नहीं रोकने का फैसला किया गया है। टोल प्लाजा, बड़े भाजपा नेताओं व कार्पोरेट घरानों के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा। यात्री गाड़ियों पर फैसला नहीं लिया गया है। वहीं, भाकियू (एकता उगराहां) राजपुरा और मानसा और किसान मजदूर संघर्ष कमेटी अमृतसर में ट्रैक पर धरना दे रही है।
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