Solan Municipal Corporation to be formed by merging semi-urban area of Panchayats, most areas of Panchayats will be out of the purview | पंचायतों के सेमी अर्बन एरिया को मिलाकर बनेगा सोलन नगर निगम, पंचायतों के अधिकतर क्षेत्र दायरे से बाहर

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सोलन13 दिन पहले

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  • आखिर छह साल के संघर्ष का फल मिला, मंत्रिमंडल की बैठक में लगी इस नए फैसले पर मुहर

(पवन ठाकुर) सोलन को नगर निगम बनाने को लेकर चल रही अटकलों को आखिर विराम लग गया है। मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में सोलन नगर परिषद को अपग्रेड करने पर मुहर लग गई। इसके साथ ही नगर निगम बनाने को लेकर छह साल के संघर्ष का फल मिला है। नगर निगम में शहर के साथ लगती पंचायतों के सेमी अर्बन एरिया को ही शामिल किया जा रहा है। इससे विरोध कर रही पंचायतों के लोगों को राहत देने की कोशिश की गई है।

आठ पंचायतों के एक या दो वार्डों को नगर निगम में शामिल किया जा रहा है। हिमाचल की सबसे बड़ी नगर परिषद सोलन को अपग्रेड कर नगर निगम बनाने काे लेकर नवंबर, 2014 काे पहली बार प्रस्ताव पास कर सरकार को भेजा गया था। तब से इसे लेकर संघर्ष चलता रहा,लेकिन यह मामला सिरे नहीं चढ़ पाया। धर्मशाला काे नगर निगम बनाने के समय भी साेलन रेस में था, पर 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी 50 हजार नहीं थी, जो आड़े आई।

इस जनगणना के अनुसार सोलन नगर परिषद एरिया की आबादी 39,500 थी। धर्मशाला के मामले में सरकार ने आसपास की पंचायतों को नगर निगम में मिलाया। इसके बाद सोलन को भी नगर निगम बनाने की मुहिम और तेज हो गई। कई प्रतिनिधिमंडल इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले। उन्होंने सकारात्मक संकेत दिए और करीब दो माह पूर्व सोलन को नगर निगम बनाने की घोषणा की।

इसके लिए शहर से लगती पंचायतों ,पड़ग, सलोगड़ा, सपरून, आंजी, शामती,सेरी व कोठों को शामिल करने का प्रस्ताव था। उधर, सोलन नगर निगम संघर्ष समिति के अध्यक्ष कुलराकेश पंत ने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर,, शहरी आवास मंत्री सुरेश भारद्वाज और स्वास्थ्य मंत्री डॉ.राजीव सैजल के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति के सक्रिय सदस्यों ने इस मामले में समर्पित ढंग से संघर्ष किया और इसमें सभी का सहयोग मिला।

अब ये क्षेत्र मिलेंगे नगर निगम में

नगर निगम में विलय के खिलाफ पंचायतों के लोगों ने संघर्ष समिति बनाकर आवाज उठाई। लोगों के विरोध को देखते हुए सरकार ने अब पंचायतों के अधिकतर क्षेत्रों को दायरे से बाहर कर दिया है। अब सपरून पंचायत के रबौन, आंजी पंचायत को आंजी गांव,सलोगड़ा ददोग, सेरी का बजरोल, पड़ग पंचायत का बेर की सेर गांव, बसाल पंचायत का कथेड़ और बावरा के अलावा हैलीपेड तक सड़क के दोनों ओर के 40 मीटर दायरे को नगर निगम में मिलाया जाएगा। इसके अलावा कोठो और शामती पंचायतों के दो-दो वार्डों का मर्जर होगा।

सीएम ने वायदा निभाया: गुप्ता

पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष व नगर निगम समिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि सोलन को नगर निगम बनाकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोगों से किए अपने वायदे को निभाया है। साथ ही लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पंचायतों के अधिकतर एरिया को दायरे से बाहर रखा गया है। नगर निगम बनने से शहर का विकास होगा।

शहर का होगा विकास

प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य डॉ. राजेश कश्यप ने कहा कि नगर निगम बनने से शहर में कई विकास कार्य होंगे और यहां के लिए ज्यादा बजट आएगा। नगर निगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का आभारी हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पंचायतों के अधिकतर क्षेत्र को नगर निगम से बाहर रख कर पंचायत का अस्तित्व भी कायम रखा है।

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