10000 Frontline Warriors will be selected first as soon as the vaccine comes. | 10000 फ्रंटलाइन वॉरियर्स का चयन वैक्सीन आते ही सबसे पहले इन्हें लगेगी

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जालंधर14 घंटे पहले

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बस्ती शेख में बच्चे का कोरोना टैस्ट करते डॉक्टर। भास्कर

  • 50 नए लोग संक्रमित, दाे लाेगाें की माैत
  • काेराेना की दूसरी लहर चलने से पहले वारियर्स काे फ्री

कोरोनावायास की दूसरी लहर की आशंका के बीच जिला प्रशासन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। पहले फेज में 8 से 10 हजार तक फ्रंट लाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

इनमें प्रमुख रूप से हेल्थ वर्कर, पुलिस और प्रशासन के विभिन्न विभागों में तैनात कर्मचारी शामिल होंगे। लिस्टिंग का काम तेजी से किया जा रहा है। जिन कर्मियों को वैक्सीन लगेगी उनकी डिटेल आधार कार्ड से लिंक की जाएगी ताकि वैक्सीन वितरण में कोई गड़बड़ी न हो। खास बात यह है कि वैक्सीन के लिए किसी से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। सभी कर्मचारियों को वैक्सीन मुफ्त लगाई जाएगी।

रविवार को कोरोना के 50 नए नए मामले सामने आए। इनमें 11 लाेग बाहरी जिलाें के हैं। 2 लोगों की काेराेना से मौत हुई है। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 15636 हाे गई है। जिले में 482 लोगों की काेराेना से मौत हो चुकी है।

सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक वैक्सीन के वितरण और इसके रखरखाव के लिए एक वृहद स्तर पर योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी का कहना है कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक हेल्थ व अन्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने से संबंधित निर्देश भेज दिए गए हैं।

कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन सतर्क

फेस्टिवल सीजन में काेराेना की दूसरी लहर को देखते हुए प्रशासन द्वारा होम क्वारेंटाइन हुए लोगों और मरीजों की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके लिए अलग-अलग जगहों पर टीमें लगाई गई हैं।

ये टीमें समय समय पर मौके पर जाकर मरीजों की स्थिति का जायजा ले रही हैं। प्रशासन की तरफ से त्याेहारी सीजन में मास्क पहनने, हाथ धोने और सामाजिक दूरी बनाकर रखने की अपील की जा रही है ताकि इस बीमारी के फैलाव को रोकने और इसकी दूसरी लहर से निपटा जा सके। हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो बीमारी के कारण मरने वाले अधिकांश मरीजाें की उम्र 60 साल से अधिक है।

ये लोग बीते कई दिन से बीमार थे। हालत ज्यादा गंभीर होने पर परिजनों ने इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था जहां इलाज के दौरान इन्हें बचाया नहीं जा सका। सिविल सर्जन का डॉ. गुरविंदर चावला का कहना है कि जिन्हें फीवर या काेई अन्य दिक्कत है वे तुरंत अस्पताल आकर जांच करवाएं। इसमें लापरवाही जानलेवा साबित हाे सकती है।

सुरक्षा के बेहतर इंतजाम होंगे ?

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन बनाने काे लेकर ड्राफ्ट तैयार हो रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता के मुताबिक आने वाले दिनों में यह संख्या घट और बढ़ भी सकती है।

वैक्सीन लगाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों, एएनम सेंटर और हेल्थ सेंटरों को चुना गया है। इन केंद्रों पर वैक्सीन कैसे रखी जाएगी, सुरक्षा कैसी होगी, लिस्टेड वर्करों को कैसे वैक्सीन लगाई जाएगी, इस पर गहनता से काम चल रहा है।

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