[ad_1]
जयपुर/नई दिल्ली31 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
नोटबंदी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए
- भाजपा ने लाभ गिनाए, कांग्रेस ने बताया विश्वासघात
- गुर्जर आंदोलन; मांगों के नाम पर पटरियों पर बैठना उचित नहीं है, सरकार की जो कमेटी बनी है उससे वार्ता करें।
नोटबंदी को रविवार को 4 साल पूृरे हो गए। इस दाैरान भाजपा ने इसके फायदे गिनाए तो कांग्रेस ने इसे देश के साथ विश्वासघात के 4 साल बताया। सरकार से सवाल भी पूछे।
पीएम ने कहा था- 21 दिन में सब ठीक हो जाएगा, आज स्थिति खराब
सीएम अशोक गहलोत ने कहा- नोटबंदी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। देशवासियों को बताएं कि इससे फायदे हुए या नुकसान। यही लोकतंत्र है। लोकतंंत्र में जनता को बताना पड़ता है कि हमारे फैसले का क्या हुआ। आज देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। चाहे जीएसटी के कारण हो, नोटबंदी के कारण हो या कोविड के। नोटबंदी के समय पीएम ने कहा था कि 21 दिन में सब ठीक होगा, लेकिन आज स्थिति खराब है।
गहलोत ने कहा कि केवल 4 घंटे के भीतर 500 और 1000 को नोट बंद कर दिए गए थे। इससे पूरा देश सकते में आ गया था। तब कहा गया कि नोटबंदी से फेक करेंसी समाप्त हो जाएगी। ब्लैकमनी समाप्त हो जाएगी। नक्सलवाद और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। लेकिन ब्लैक मनी वापस से मार्केट में आ गई। उसके बाद में बैंकों की स्थिति खराब हो गई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर आंदोलन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि गुर्जर आंदोलन की अधिकांश मांग मान ली गई है। इसके बावजूद कुछ लोग पटरियों पर बैठ जिस तरीके से बैठकर पेश आ रहे हैं। यह गुर्जर समाज के भी हित में नहीं है। पंद्रह साल से बार बार पटरियों पर बैठने को पूरा देश देख रहा है।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने भी इस पर टिप्पणी की है। मैं गुर्जर समाज के नेताओं और साथियों को कहना चाहूंगा कि सरकार आपकी मांगों के साथ न्याय करेगी। जब जब कांग्रेस की सरकार आई है चाहे 1 प्रतिशत का हो या 5 प्रतिशत का। हमारे समय ही लागू हुए हैं। हजारों नौकरी दी है। आगे भी देंगे। मांगों के नाम पर पटरियों पर बैठना उचित नहीं है। सरकार की जो कमेटी बनी है। उससे वार्ता करें।
कर जमा बढ़ा, पारदर्शिता भी आई, इससे देश की प्रगति में लाभ हुआ
पीएम नरेंद्र माेदी ने रविवार को नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे काले धन में कमी आई, कर जमा में बढ़ाेतरी और पारदर्शी व्यवस्था कायम हुई। कहा- नोटबंदी के नतीजे देश की प्रगति के लिए लाभकारी रहे हैं। उन्हाेंने सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक भी साझा किया है, जिसमें दर्शाया गया है कि किस तरह नाेटबंदी से टैक्स जमा होने में वृद्धि हुई। भारत अपेक्षाकृत कम नकदी आधारित अर्थव्यवस्था बना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिली।
[ad_2]
Source link