शराबी: बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की हर फिल्म एक कहानी से भरी होती है। चाहे वह पर्दे पर हो या पर्दे के पीछे, अमिताभ बच्चन से जुड़ी हर घटना अपने आप में एक किस्सा बन जाती है। 1984 में आई फिल्म ‘शराबी’ भी ऐसी ही एक कहानी का हिस्सा है, जो केवल उनके करियर में नहीं, बल्कि हिंदी सिनेमा के इतिहास में भी एक यादगार फिल्म बन गई। लेकिन इस फिल्म के बनने का किस्सा बेहद दिलचस्प और अनोखा है। यह किस्सा जुड़ा है उस समय से, जब अमिताभ बच्चन एक फ्लाइट में सफर कर रहे थे, और यहीं उन्हें इस फिल्म का आइडिया मिला था।
फ्लाइट में मिला फिल्म ‘शराबी’ का ऑफर
अमिताभ बच्चन ने हाल ही में अपने शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के एक एपिसोड के दौरान इस दिलचस्प घटना को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें फिल्म ‘शराबी’ का ऑफर फ्लाइट में मिला। उस समय अमिताभ बच्चन न्यूयॉर्क से वेस्टइंडीज की यात्रा कर रहे थे। उनके साथ कल्याणजी-आनंदजी का ऑर्केस्ट्रा भी था, और साथ ही थे फिल्म निर्देशक प्रकाश मेहरा।
फ्लाइट के दौरान प्रकाश मेहरा ने अमिताभ बच्चन से बात करते हुए फिल्म ‘शराबी’ का विचार रखा। उन्होंने अमिताभ बच्चन से पूरी फिल्म की कहानी फ्लाइट में ही साझा की। यह किस्सा अपने आप में अनोखा था, क्योंकि आमतौर पर फिल्मों की कहानी सुनने और स्क्रिप्ट लिखने का काम ग्राउंड पर होता है, लेकिन यहां तो कहानी ‘हवा’ में ही गढ़ी जा रही थी।
अमिताभ बच्चन ने प्रकाश मेहरा की बात सुनी और उसी वक्त उन्होंने फिल्म के लिए अपनी दिलचस्पी जाहिर की। उन्होंने कहा, “ठीक है, आइए इसके बारे में सोचते हैं”।
यह दिलचस्प है कि जब अमिताभ बच्चन वापस लौटे, तो प्रकाश मेहरा पहले ही पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर चुके थे। इस घटना से यह साफ होता है कि फिल्म के प्रति प्रकाश मेहरा का जुनून और अमिताभ बच्चन का विश्वास कितना मजबूत था।
फिल्म ‘शराबी’ के संवादों का किस्सा
हालांकि, जब स्क्रिप्ट तैयार हुई और अमिताभ बच्चन ने उसे पढ़ा, तो उन्होंने देखा कि फिल्म के संवाद काफी लंबे थे। इनमें से कुछ तो दो-तीन पेज तक फैले हुए थे। यह देख अमिताभ बच्चन ने प्रकाश मेहरा से कहा कि, “आपने मुझे पूरी फिल्म में एक शराबी बना दिया है, और शराबी को बोलने में समय लगता है। अगर मैं ये चार पेज के संवाद बोलूं, तो फिल्म बहुत लंबी हो जाएगी।”
इस पर प्रकाश मेहरा ने उनकी बात मानी और संवाद छोटे कर दिए। यह घटना न केवल अमिताभ बच्चन के अद्वितीय अभिनय कौशल को दिखाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि वे फिल्म की क्रिएटिव प्रोसेस में कितनी गहराई से शामिल होते हैं।
शूटिंग के दौरान आई दुर्घटना बनी स्टाइल
अमिताभ बच्चन का स्टाइल हमेशा उनके फैंस के बीच चर्चित रहा है। चाहे उनके डायलॉग हों, चलने का तरीका हो, या फिर उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए गेस्चर, सब कुछ पॉपुलर हो जाता है।
फिल्म ‘शराबी’ के एक खास गाने ‘दे दे प्यार दे’ में अमिताभ बच्चन का एक स्टाइलिक पोज बेहद पॉपुलर हुआ था, जिसमें वे अपना एक हाथ जेब में रखे हुए नजर आते हैं। लेकिन इस स्टाइल के पीछे एक दुर्घटना छिपी थी।
अमिताभ बच्चन के हाथ में दीवाली के दौरान एक बम फटने से चोट लग गई थी। उनका हाथ बुरी तरह जल गया था, और उन्हें उस हाथ को पूरी तरह से ठीक होने में दो महीने लग गए थे। शूटिंग के दौरान उस घायल हाथ को छिपाने के लिए उन्होंने उसे जेब में रखा और एक रुमाल से ढक दिया। यह स्टाइलिक पोज गाने के साथ-साथ फिल्म का हिस्सा बन गया, और यह अंदाज दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया।
फिल्म ‘शराबी’ की सफलता और अमिताभ का योगदान
फिल्म ‘शराबी’ अमिताभ बच्चन के करियर की एक महत्वपूर्ण फिल्म थी। इस फिल्म में उन्होंने विकी कपूर का किरदार निभाया था, जो एक धनी शराबी था। फिल्म में उनके अभिनय ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और उनका चरित्र इतना जीवंत था कि वह हर किसी के दिल में बस गया।
फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ जया प्रदा ने काम किया, और दोनों की जोड़ी ने फिल्म में चार चांद लगा दिए। फिल्म के डायलॉग्स, गाने और कहानी ने उसे एक ब्लॉकबस्टर बना दिया।
फिल्म के गाने ‘दे दे प्यार दे’ और ‘मंजिले अपनी जगह हैं’ आज भी उतने ही लोकप्रिय हैं, जितने कि तब थे। इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन का स्टाइल, खासकर उनके डायलॉग्स बोलने का तरीका, लोगों के बीच एक ट्रेंड बन गया।
अमिताभ बच्चन और प्रकाश मेहरा की जोड़ी
अमिताभ बच्चन और प्रकाश मेहरा की जोड़ी बॉलीवुड की सबसे सफल जोड़ियों में से एक रही है। दोनों ने एक साथ कई सुपरहिट फिल्में दी हैं, जिनमें ‘जंजीर’, ‘लावारिस’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’, और ‘शराबी’ शामिल हैं।
प्रकाश मेहरा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी ने बॉलीवुड को कई यादगार फिल्में दी हैं, और हर बार उनकी फिल्में दर्शकों के दिलों को छू जाती थीं। अमिताभ बच्चन की करिश्माई पर्सनैलिटी और प्रकाश मेहरा की निर्देशन क्षमता ने मिलकर बॉलीवुड को एक नया आयाम दिया।
अमिताभ बच्चन: एक सदी का सितारा
आज अमिताभ बच्चन 80 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा, समर्पण और काम के प्रति जुनून आज भी उतना ही है, जितना उनके शुरुआती दिनों में था। चाहे वह फिल्मों में हो या टेलीविजन पर, अमिताभ बच्चन की उपस्थिति हमेशा दर्शकों को रोमांचित करती है।
फिल्म ‘शराबी’ का यह किस्सा अमिताभ बच्चन के जीवन और करियर का केवल एक छोटा सा हिस्सा है। उनकी पूरी जिंदगी ऐसे ही रोचक और प्रेरणादायक घटनाओं से भरी हुई है।
अमिताभ बच्चन का यह सफर सिर्फ एक अभिनेता का सफर नहीं है, बल्कि यह उस जुनून और समर्पण का प्रतीक है, जो उन्होंने अपने काम के प्रति दिखाया है। ‘शराबी’ जैसी फिल्में यह साबित करती हैं कि किसी भी फिल्म की सफलता में केवल कहानी और निर्देशन ही नहीं, बल्कि अभिनेता की गहराई और उसकी कला का भी अहम योगदान होता है।
अमिताभ बच्चन का यह किस्सा यह सिखाता है कि जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, अगर आप अपने काम के प्रति समर्पित और जुनूनी हैं, तो सफलता आपके कदम चूमेगी।