Maldives, जिसे स्वर्ग के द्वीपों के नाम से जाना जाता है, अपनी खूबसूरत तटरेखा, स्वच्छ नीले पानी और लग्जरी रिसॉर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है।
लेकिन वर्तमान में, Maldives की अर्थव्यवस्था एक गंभीर संकट का सामना कर रही है, जिसका प्रमुख कारण भारत के साथ बिगड़ते कूटनीतिक रिश्ते हैं। इन बिगड़े हुए रिश्तों का सबसे बड़ा असर मालदीव के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है, जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
भारत-Maldives कूटनीतिक रिश्तों में खटास:
पिछले साल नवंबर में भारत और मालदीव के कूटनीतिक रिश्तों में आई खटास का बड़ा असर मालदीव के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। इस खटास के कारण भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। भारत से पर्यटकों की संख्या में इस गिरावट ने मालदीव की अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया है।
पर्यटकों की संख्या में गिरावट:
नवंबर 2023 से अब तक, भारत से Maldives जाने वाले पर्यटकों की संख्या में करीब 53 फ़ीसदी की गिरावट आई है। इस गिरावट का सीधा असर मालदीव की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है, जो पर्यटन पर निर्भर है। मालदीव की इकोनॉमी खस्ताहाल हो गई है और इसे सुधारने के लिए मालदीव सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
वेलकम इंडिया मुहिम:
Maldives सरकार ने भारतीय पर्यटकों को फिर से आकर्षित करने के लिए वेलकम इंडिया मुहिम की शुरुआत की है। इस मुहिम के तहत, Maldives के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की और भारत में 6 दिनों तक चलने वाली इस मुहिम का प्रचार किया। इसके अलावा, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में मालदीव ने ट्रेड शो का आयोजन किया और फिल्मी कलाकारों एवं इनफ्लुएंसर से भी जुड़ रहे हैं।
विजिट Maldives टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष की प्रतिक्रिया:
वेलकम इंडिया मुहिम के तहत भारत दौरे पर आए विजिट मालदीव टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल्लाह घियास ने News18 इंडिया से बातचीत में कहा कि जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने कहा कि भारतीय पर्यटक मालदीव आना चाहते हैं और हमलोग नवंबर और दिसंबर महीने को टारगेट कर रहे हैं, ताकि भारतीयों की संख्या बढ़े। घियास ने बताया कि आनेवाले वक्त में भारत के टीयर 2 और टीयर 3 शहरों पर भी मालदीव की नजर रहेगी।
Maldives की आर्थिक संरचना और पर्यटन पर निर्भरता:
मालदीव की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है। यहां की सुंदरता और प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पर्यटन से होने वाली आय मालदीव की जीडीपी का प्रमुख हिस्सा है और यह देश के रोजगार सृजन का एक बड़ा स्रोत है। भारतीय पर्यटकों की संख्या में आई गिरावट ने मालदीव की आर्थिक स्थिरता को हिला कर रख दिया है। होटल, रिसॉर्ट, ट्रांसपोर्ट और अन्य संबंधित सेवाओं में कमी आने से बेरोजगारी बढ़ी है और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है।
भारत के साथ व्यापारिक संबंध और निवेश:
भारत और Maldives के बीच व्यापारिक संबंध भी महत्वपूर्ण हैं। भारतीय निवेशकों ने मालदीव में बड़े पैमाने पर निवेश किया है, विशेष रूप से रियल एस्टेट और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में। व्यापारिक संबंधों में आई खटास ने इन निवेशों को भी प्रभावित किया है। भारतीय निवेशकों की रुचि में कमी आई है, जिससे मालदीव की अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा है।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध:
भारत और Maldives के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध भी महत्वपूर्ण हैं। दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंध हैं और सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने दोनों देशों के लोगों को एक दूसरे के करीब लाया है। इस खटास का असर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और आदान-प्रदान पर भी पड़ा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संख्या में कमी आई है और दोनों देशों के लोगों के बीच संवाद की कमी महसूस की जा रही है।
Maldives की सरकार के सामने कई चुनौतियाँ हैं। उन्हें अपने पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करना है और भारतीय पर्यटकों को वापस आकर्षित करना है। इसके अलावा, उन्हें अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए नए निवेशकों को आकर्षित करना होगा। पर्यावरणीय चुनौतियाँ भी मालदीव के लिए एक बड़ी समस्या हैं। समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी और जलवायु परिवर्तन ने मालदीव के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। इन सभी चुनौतियों का समाधान करना मालदीव की सरकार के लिए अत्यंत आवश्यक है।
- पर्यटन को बढ़ावा देना: मालदीव की सरकार को भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नई रणनीतियाँ अपनानी होंगी। वेलकम इंडिया मुहिम एक अच्छा कदम है, लेकिन इसे और भी व्यापक स्तर पर लागू करने की आवश्यकता है। भारतीय फिल्म उद्योग के साथ साझेदारी और क्रिकेट टीम को आमंत्रित करना अच्छे प्रयास हैं, लेकिन इसे और भी विस्तृत रूप में लागू करना होगा।
- नए बाजारों का विकास: मालदीव को केवल भारत पर निर्भर रहने के बजाय अन्य बाजारों को भी विकसित करना होगा। चीन, यूरोप और अमेरिका जैसे बाजारों में भी अपनी उपस्थिति को मजबूत करना होगा।
- पर्यावरण संरक्षण: पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने के लिए मालदीव को सस्टेनेबल टूरिज्म और ग्रीन एनर्जी पर जोर देना होगा। इससे पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मालदीव की छवि को भी सुधारा जा सकेगा।
- व्यापारिक संबंधों का सुधार: भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारने के लिए द्विपक्षीय वार्ता और सहयोग बढ़ाना होगा। निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए पारदर्शी नीतियाँ और सुरक्षित निवेश माहौल बनाना होगा।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान: सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रमों और उत्सवों का आयोजन करना होगा। इससे दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध मजबूत होंगे और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
फिल्म उद्योग और क्रिकेट टीम को आमंत्रण:
Maldives ने भारतीय फिल्म उद्योग को भी आकर्षित करने का प्रयास किया है, ताकि वहां बड़े पैमाने पर फिल्मों की शूटिंग हो सके। इसके साथ ही, मालदीव ने टी20 विश्व कप विजेता टीम को भी आमंत्रित किया है। मालदीव की नजर भारत के फिल्म उद्योग पर है, ताकि पर्यटन को और बढ़ावा मिल सके।
Maldives की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है और भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट ने इसे गंभीर संकट में डाल दिया है। वेलकम इंडिया मुहिम और अन्य उपायों के माध्यम से मालदीव सरकार इस संकट से उबरने की कोशिश कर रही है। भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक रिश्तों में सुधार और पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करना, दोनों देशों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। मालदीव की सरकार को उम्मीद है कि इन प्रयासों से भारतीय पर्यटकों की संख्या में फिर से वृद्धि होगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
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