Amrish Puri ने अपने किरदारों को इतनी सिद्दत से निभाया है कि लोगों के मन में उनको लेकर एक अलग ही छवि बन गई थी। एक्टर की गिनती हिंदी सिनेमा के सबसे सक्सेसफुल खलनायकों में होती है। जैसे वे रील लाइफ में दिखाई देते थे, उससे बिल्कुल अलग वे रियल लाइफ में थे।
Amrish Puri का जीवनी और फिल्मी करियर
Amrish Puri बॉलीवुड की उन महान शख्सियतों में से एक हैं जिन्होंने अपनी अनोखी अदाकारी से दर्शकों का मनमोहन किया। 22 जनवरी 1932 में पंजाब के जालंधर में जन्मे Amrish Puri के दो बड़े भाई, चमनपुरी और मदनपुरी, पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री में थे। अमरीश ने शिमला में अपनी शिक्षा पूरी की और फिर मुंबई चले आए ताकि अपने अभिनय की दुनिया में कदम रख सकें।
फिल्मी संघर्ष और सफलता की कहानी
Amrish Puri का फिल्मी सफर शुरूआत में बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा। वे ऑडिशन पर जाते और रिजेक्ट होते जाते थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने थिएटर का संघर्ष भी झेला, जहां उनकी अदाकारी और आवाज ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के लिए तैयार किया। उनकी पहली फिल्म ‘Prem Pujari’ में उन्होंने छोटे पार्ट में काम किया, लेकिन ‘एंडोलिन’ में उनकी एक्टिंग ने सबको दीवाना बना दिया।
Amrish Puri के विलेन रोल और उनकी खासियत
Amrish Puri ने अपनी करियर में खूबसूरती से विलेन के रोल्स को निभाया। उनकी सबसे यादगार भूमिका मोगैंबो की थी, जिसने उन्हें अनंत स्थायीता दी। ‘मोगैंबो’ फिल्म में उनकी डायलॉग “मोगैंबो खुश हुआ” आज भी लोगों के जुबान पर है। उन्होंने ‘मिस्टर इंडिया’, ‘कोयला’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ जैसी फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी।
Amrish Puri की विशेषता
Amrish Puri की विशेषता उनकी अदाकारी और उनकी व्यक्तित्व में थी। वे अपने किरदारों को इतनी सिद्दत से निभाते थे कि उनकी छवि दर्शकों के दिलों में स्थायी हो गई। उनके विलेन के रोल्स में उनकी शक्तिशाली आवाज और भयानक अंदाज ने दर्शकों को हमेशा याद रहेगा।
Amrish Puri ने अपने जीवन में बॉलीवुड को अनमोल अदाकारी की दी। उनकी यादें और उनकी अदाकारी आज भी हमारे दिलों में बसी हुई है। उनकी निधन से पहले भी, वे अपनी अदाकारी के जरिए हमें याद रहेंगे और हमेशा उनके फिल्मी किरदारों को नमन करेंगे।
इस रूपरेखा में, अमरीश पुरी जैसे विलेन के दर्शन से वे एक अनूठे स्थान पर बने और उनकी अदाकारी ने उन्हें एक अन्य छवि में बदल दिया।
Amrish Puri का विरासती योगदान
Amrish Puri ने बॉलीवुड के इतिहास में एक ऐसा नाम बनाया है जिसकी विलेन के रोल्स में उनकी अदाकारी ने नए मापदंड स्थापित किए। उनके किरदार दर्शकों के दिलों में जगह बना चुके हैं और उनके द्वारा निभाए गए हर रोल ने उन्हें सिनेमा के इतिहास में अमर बना दिया।
Amrish Puri के शौर्य और यशस्वी करियर
अमरीश पुरी ने अपने करियर के दौरान कई शानदार उपहार प्राप्त किए। उन्हें एक बार ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया, जो उनके अदाकारी और फिल्म उद्योग में उनके योगदान को मानते हुए मिला। उनकी भूमिकाओं ने उन्हें एक सार्वजनिक उपस्थिति दी, जहां वे हमेशा अपने दर्शकों के दिलों में रहेंगे।
http://Amrish Puri की आखिरी यात्रा
अमरीश पुरी की अंतिम फिल्म ‘दिल्ली सफार’ थी, जिसमें उन्होंने अपनी अदाकारी के माध्यम से एक अद्वितीय परिचय दिया। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी और उनके द्वारा निभाए गए विलेन के रोल्स हमेशा हमें अच्छे अच्छे लगते रहेंगे।
अमरीश पुरी ने बॉलीवुड के इतिहास में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी है, जो उनकी विलेन के रोल्स में उनकी शक्तिशाली अदाकारी के माध्यम से बनी है। उन्होंने अपने योगदान से बॉलीवुड को एक नया आयाम दिया और उनकी सदैव यादें हमें उनकी महानता की याद दिलाती रहेंगी।