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अम्बाला20 घंटे पहले
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दो दिन पहले खुदाई करके बंद कर दी गई बस स्टैंड की ओर जाने वाली रोड।
कैंट-साहा नेशनल हाईवे फोरलेन निर्माण के मामले में डीसी अशोक कुमार ने निर्माण एजेंसी सीगल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राजस्व, नगर परिषद और पुलिस प्रशासन के साथ मीटिंग कर वास्तविकता जानी। एनएचएआई इंजीनियर डीडी कांबोज और प्रोजेक्ट मैनेजर मनेंद्र ने अतिक्रमण काे बाधा बताया तो डीएसपी कैंट ने कहा कि बिजली के तार लटक रहे हैं और कांट्रेक्टर इन्हें शिफ्ट नहीं कर रहा। निर्माण एजेंसी के इंजीनियर एवं पूर्व पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन डीडी कांबोज ने बताया कि स्टाफ रोड पर नौगजा पीर बाबा की दरगाह के कारण हाईवे निर्माण में दिक्कत आ रही है। एनएचएआई ने जवाब दिया कि राजस्व विभाग इसकी निशानदेही करके एजेंसी को जल्द बता देगा। इसके बाद सिविल अस्पताल कैंट की दीवार बाधा बन रही है। मीटिंग में आदेश दिए गए कि अस्पताल की दीवार को पीडब्ल्यूडी तुड़वाकर अंदर तैयार कराएगा।
तीसरी बात कही गई कि महेश नगर में मच्छी मार्केट है, उसके सामने आधी ड्रेन बन गई है और कुछ हिस्सा बाकी है। यहां रेहड़ी वाले अतिक्रमण करके बैठे हैं, इसलिए हाईवे निर्माण में बाधा बन रहे हैं। डीसी ने नप ईओ विनोद नेहरा से कहा कि पुलिस के साथ इन्हें हटाना सुनिश्चत करें। मीटिंग में बत्तरा पैलेस के सामने रेहड़ियां लगने से काम में बाधा पहुंचने की बात भी कही गई। जबकि यहां दो दिन पहले ही रास्ता बंद कर दिया गया था।
टांगरी नदी के पास हाईवे ऊंचा होने से डेंजर लाइन बनी
डीसी के सामने डीएसपी कैंट रामकुमार ने कहा कि महेश नगर थाना एसएचओ के समक्ष टांगरी नदी के पास बिजली की तारें लटकने की शिकायत आई है। बिजली निगम द्वारा इस कार्य के तहत एनओसी दे दी गई है, बावजूद कॉन्ट्रेक्टर इस कार्य में देरी कर रहा है। सब-डिवीजन बब्याल के एसडीओ अतितोष ने कहा कि पूर्व एसएचओ को अक्टूबर की शुरुआत में शिकायत दी थी कि टांगरी नदी के पास बिजली निगम की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है जिसके नीचे हाईवे का निर्माण होने से हाईटेंशन तार डेंजर पाॅइंट बन सकती है।
इससे करधान गांव में बच्ची की मौत जैसा हादसा हो सकता है। इसलिए एसएचओ को शिकायत देकर काम को रुकवाया गया है। बिजली निगम को एनएचएआई या निर्माण एजेंसी को एनओसी की बजाय लाइन शिफ्टिंग करने के लिए उन्हें राइट ऑफ वे बताना है। जिसकी एवज में एनएचएआई को साढ़े 12 लाख रुपए बतौर सुपरविजन चार्जेस जमा कराने हैं। दिसंबर 2019 में एनएचएआई को एस्टीमेट भेजा जा चुका है और अप्रैल 2020 तक एनएचएआई के सभी ऑब्जेक्शन भी दूर कर दिए गए हैं। लेकिन वीरवार शाम तक एनएचएआई ने कोई पेमेंट बब्याल सब-डिवीजन में डीडी या चेक के जरिए जमा नहीं कराई है।
निर्माण कार्य में तेजी लाएं। नहीं तो लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। त्याेहारी सीजन में रोड पर जाम और लोगों के आवागमन में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। जहां निर्माण चल रहा है उसको प्राथमिकता के साथ पूरा करें। हाईवे का निर्माण तय सीमा और गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। कार्य में लापरवाही दिखने पर कॉन्ट्रेक्टर को ब्लैक लिस्ट करें। कोरोना में मजदूरों की कमी के कारण कार्यों में देरी हुई थी। फुटबाॅल स्टेडियम, ऑल वेदर स्वीमिंग पूल, स्पोर्ट्स हाॅस्टल के कार्यों में तेजी आई है। हाईवे निर्माण की साप्ताहिक समीक्षा बैठक करें। -अशोक कुमार, डीसी, अम्बाला।
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