दाल और चावल भारतीयों का मुख्य भोजन है. कई लोगों के घर तो दाल-चावल के बिना खाना ही नहीं बनता. वहीं, दाल चावल को संपूर्ण भोजन भी माना जाता है. भारत में दाल बनाने की विधि अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होती है. साथ ही, शाकाहारियों के लिए दाल प्रोटीन से कम नहीं है. दालों में प्रोटीन के अलावा जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन-फोलेट भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं. दाल को बनाने के लिए हर घर में कुकर का इस्तेमाल किया जाता है.
हालांकि, जब सीटी लगती है तो दाल का पानी कुकर से बाहर आ जाता है. इससे ना सिर्फ कुकर का ढक्कन खराब हो जाता है बल्कि दाल भी अच्छे से नहीं पकती है, कुकर भी गंदा हो जाता है और किचन भी. इसलिए कुकर में दाल पकाते समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है. अगर ऐसा आपके साथ भी हो रहा है तो चलिए आज जानते हैं कुकर लगाने का सही तरीका.
कुकर से दाल का पानी निकलने का क्या कारण है
जब आप कुकर में दाल पकाएं तो बर्तन में ज्यादा दाल न डालें. दाल ज्यादा होने पर ऐसा होता है.
कुकर में पानी ज्यादा हो जाने पर दाल पानी में मिल जाती है और एक सीटी के साथ पानी बाहर आ जाता है.
तेज आंच पर दाल पकाने से भी ऐसा हो सकता है.
इन बातों का रखें ख्याल
– कुकर में दाल पकाने से पहले दाल को 15 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगो दें. जब आप दाल को कुकर में डालें तो आवश्यकतानुसार ही पानी लें.
-दाल को हमेशा मध्यम आंच पर पकाएं, नहीं तो दाल जलने की संभावना ज्यादा रहती है.
– कुकर में प्रेशर ठीक से नहीं बनने पर दाल के फटने की संभावना रहती है.
– अगर कुकर का रबर ढीला होगा तो सीटी ठीक से नहीं बजेगी. इससे कुकर में प्रेशर ठीक से नहीं बनता और दाल ठीक से नहीं पकती.
-जिन दालों को पकने में समय लगता है उन्हें आप लगभग एक घंटे पहले ही कुकर में भिगो दें. या फिर आप दाल पकाते समय उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा मिला सकते हैं.
-दाल पकाते समय नमक, हल्दी और थोड़ा सा तेल या घी डाल दीजिये. इससे दाल जल्दी पक जायेगी और तेल डालने से कुकर में चिपकेगी नहीं.