चिचिंडा में मौजूद पोषक तत्व- इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक, एंटी-पाइरेटिक, एंटी-माइक्रोबियल भी होती है चिचिंडा. ये बुखार, पैथोजेंस, ब्लड शुगर लेवल, इंफ्लेमेशन, फ्री रेडिकल डैमेज आदि से बचाते हैं. इसके अलावा इसमें प्रोटीन, फाइबर, फैट्स, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन ए, बी6, सी, ई और कई तरह के मिनरल्स भी होते हैं. इसमें बायोएक्टिव प्लांट कम्पाउंड्स फेनोलिक्स, Cucurbitacins होते हैं जो आपके संपूर्ण शारीरिक और मेंटल हेल्थ को बूस्ट करते हैं.
जानी मानी न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन ने न्यूज18 हिंदी से बात करते हुए बताया कि चिचिंडा एक बेहद ही हेल्दी सब्जी है. हालांकि, इसका सेवन लोग कम ही करते हैं. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होता है, जो शरीर में इंफ्लेमेशन की समस्या को कम करता है.
जिन लोगों को डायबिटीज है, उन्हें भी चिचिंडा की सब्जी का सेवन करना चाहिए. इस सब्जी में एंटी-डायबिटिक तत्व होते हैं जो मधुमेह को मैनेज करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है.
यदि आपका पाचन तंत्र खराब रहता है तो आप चिचिंडा की सब्जी खा सकते हैं. यह गट हेल्थ (Gut health) के लिए बेहद फायदेमंद सब्जी है. फाइबर होने के कारण यह बाउल मूवमेंट को सही बनाए रखता है जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती है. आपको कब्ज की शिकायत रहती है तो आप फाइबर से भरपूर सब्जियों का सेवन करें. इसमें स्नेक गार्ड जरूर शामिल करें.
गर्मी के दिनों में भी आप चिचिंडा की सब्जी बनाकर खाएं. ऐसा इसलिए क्योंकि यह शरीर को हाइड्रेटेड बनाए रखता है. इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. इतना ही चिचिंडा में कैलोरी की मात्रा भी काफी कम होती है. ऐसे में इसके सेवन से वजन बढ़ने का रिस्क नहीं होता है.
चूंकि, चिचिंडा में एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी होता है इसलिए इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. ये सब्जी ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल आदि को कंट्रोल करके हार्ट की बीमारियों को भी होने से बचाती है. आयोडीन होने के कारण ये सब्जी थायरॉइड फंक्शन को भी ठीक रखती है.