आज है RBI का हैप्पी बर्थडे, भारत को चार बार बड़ी मुसीबत से बचाया

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RBI : वैसे तो नए साल की शुरुआत 1 जनवरी को ही हो जाती है, लेकिन लोगों की जेब और कमाई से जुड़ा नया साल आज यानी 1 अप्रैल से शुरू होता है. इतना ही नहीं रुपये पैसे से जुड़ी एक और बड़े फैसले की शुरुआत आज से ही हुई थी. हम बात कर रहे हैं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की स्‍थापना की (Happy Birth Day RBI), जो अंग्रेजों के जमाने से काम कर रहा है. एक समय तो ऐसा था कि यह बैंक 3 देशों की बैंकिंग व्‍यवस्‍था की निगरानी करता था. आजादी के बाद से इस केंद्रीय बैंक ने भारत को 4 बार बड़ी चुनौतियों से बाहर निकाला. हम आपको रिजर्व बैंक यानी RBI के इसी सफर और संघर्ष की पूरी जानकारी आज दे रहे हैं.

RBI जो पहले मिंट स्‍ट्रीट के नाम से जाना जाता था, आज 90 साल का हो चुका है. 1 अप्रैल, 1935 में इस हिल्‍टन यंग कमीशन की सिफारिश पर ब्रिटिश इंडिया के लिए सेंट्रल बैंक की स्‍थापना की गई थी. स्‍थापना के साथ ही इस बैंक पर 3 जिम्‍मेदारियां डाल दी गईं. बैंकों से जारी नोट को रेगुलेट करेगा, इकॉनमी के लिए रिजर्व की निगरानी और कर्ज व करेंसी सिस्‍टम को रेगुलेट करना इसका प्रमुख काम दिया गया.

 

दूसरे देशों में खोले गए ऑफिस
केंद्रीय बैंक की स्‍थापना के साथ कलकत्‍ता, बॉम्‍बे, मद्रास, रंगून, कराची, लाहौर और कानपुर में इसकी ब्रांच खोली गई. बैंकिंग विभाग को भी कलकत्‍ता, बॉम्‍बे, मद्रास, दिल्‍ली और रंगून में खोला गया. बर्मा यानी म्‍यांमार 1937 में भारतीय यूनियन से आजाद हो गया, इसके बाद यह बैंक 1947 तक सेंट्रल बैंक ऑफ बर्मा के तौर पर काम करता रहा. इतना ही नहीं RBI ने 1948 तक सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्‍तान के तौर पर काम किया है.

आरबीआई ने बनाए कई संस्‍थान
RBI ने आजादी के बाद 1 जनवरी, 1949 से पूरी तरह भारत के लिए काम करना शुरू किया. फिर इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्‍ट, 1948 के तौर पर अधिसूचित कर दिया गया. पॉवर में आते ही रिजर्व बैंक ने कई प्रमुख संस्‍थानों की स्‍थापना की. इसमें डिपॉजिट इंश्‍योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, द यूनिट ट्रस्‍ट ऑफ इंडिया, द इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया, द नेशनल बैंक ऑफ एग्रीकल्‍चर एंड रूरल डेवलपमेंट और दर डिस्‍काउंट एंड फाइनेंस हाउस ऑफ इंडिया जैसे नाम प्रमुख हैं.

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