Congress said, do not do politics now on the issue of farmers, Dhindsa and Khaira reached Delhi together, said – this is not a time for politics | कांग्रेस बोली किसानों के मुद्दे पर अब राजनीति न करें, ढींडसा और खैहरा एक साथ दिल्ली पहुंचे, बोले-यह सियासत का समय नहीं

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चंडीगढ़19 मिनट पहले

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  • सीएम के बुलावे पर सिद्धू, खैहरा, ढींडसा व बैंस ब्रदर्स भी धरने में पहुंचे

कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब विस में पास संसोधन बिल को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात का समय नहीं मिलने पर बुधवार को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली में पार्टी नेताओं के साथ धरने पर बैठे। धरने में बेशक शिअद और आप ने दूरी बना कर रखी। लेकिन इसमें कुछ ऐसे चेहरे भी पहुंचे जो बाहर एक-दूसरे पर तंज कसने से गुरेज नहीं करते। कैप्टन के बुलावे पर बैंस ब्रदर्स के अलावा विधायक सुखपाल खैहरा व परमिंदर सिंह ढींडसा एक साथ पंजाब भवन पहुंचे। खैहरा सीएम के पास बैठे नजर आए।

वहीं, पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी दिल्ली पहुंचे। हालांकि दिल्ली बार्डर पर सिद्धू को रोक लिया गया था। लेकिन बाद में जाने दिया गया। शिअद द्वारा न्योता न दिए जाने की बात पर कांग्रेसी विधायक, खैहरा और बैंस बद्रर्स भड़के और कहा कि शिअद और आप को किसानी के मुद्दे पर राजनीति करने से परहेज करना चाहिए।

वहीं, खैहरा ने कहा कि वह कैप्टन की हिमायत करने नहीं किसानों के मुद्दे पर धरने में शामिल होने आए हैं। शिअद के धरने में नहीं आने को लेकर बलविंद्र सिंह बैंस ने कहा कि शिअद का चेहरा सबके सामने आ चुका है। मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आप को चंडीगढ़ में धरना देने की बजाय दिल्ली आना चाहिए था। सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा सीएम ने सभी दलों को न्योता दिया था। वहीं, सांसद परनीत कौर ने कहा कि यह समय सियासत का नहीं है। शिअद और आप को किसानों के मुद्दे पर साथ खड़ा होना चाहिए था।

कैप्टन बाेले- विस में संशोधन बिल पास किए तो उन्हें व परिवार को केंद्रीय एजेंसियों ने भेजे नोटिस, छोटे पोते को भी नहीं छोड़ा
धरने के बाद सीएम ने उन्हें और उनके पारिवारिक सदस्यों को ईडी और इनकम टैक्स की ओर से नोटिस भेजे जाने को लेकर बिना केंद्र सरकार का नाम लिए निशाना साधा। कैप्टन ने कहा कि बेटे रणइंदर को ईडी के नोटिस के अलावा उन्हें और पत्नी परनीत कौर को भी आयकर विभाग से नोटिस मिले हैं। इसके अलावा दो पोतियाें के साथ कम उम्र के पोते को भी नोटिस भेजे हैं। कैप्टन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि इन पर क्या कहना है सिवाय इसके कि इन नोटिसों का समय संदिग्ध है। क्योंकि पंजाब सरकार की ओर से विधानसभा में खेती संशोधन बिल पास करवाने के किए गए प्रयासों के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने यह नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि ये समस्याएं केंद्र सरकार ने खड़ी की हैं जबकि पंजाब सिर्फ शांति चाहता है।

नवजोत सिद्धू बोले-

केंद्र सरकार पंजाबियों की पगड़ी पर हाथ डाल रही

पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार अपने फैसलों से पंजाबियों की पगड़ी पर हाथ डाल रही है लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। हर राज्य के अपने मसले होते हैं, जिन्हें सुलझाने को मुख्यमंत्री सहित बाकी नुमाइंदों का चुनाव किया जाता है लेकिन मोदी सरकार इन चुने हुए नुमाइंदों की आवाज दबाने में लगी हुई है। केंद्र सरकार की ओर से पंजाब में रेलें रोकी जा रही हैं, सामान नहीं पहुंचने दिया जा रहा। केंद्र ने जीएसटी की तरह पंजाब की आमदन पर वार किया है।

सुखबीर का पलटवार-

कैप्टन का धरना ड्रामा, केंद्र से वे दोस्ताना मैच खेल रहे

मुक्तसर | सुखबीर बादल ने कहा कि कैप्टन का दिल्ली में धरना ड्रामा है। वह तो केंद्र सरकार के साथ दोस्ताना मैच खेल रहे हैं। यदि कैप्टन सचमुच किसानों के हितैषी हैं तो वह मरणव्रत पर बैठें। 5 नवंबर को किसान संगठनों की ओर से किए जा रहे बंद को लेकर शिअद किसानों के साथ है। अकाली दल ने किसानों के कारण ही भाजपा के साथ पुराना गठजोड़ तोड़ा है।

चंडीगढ़ में आप नेता बोले

कैप्टन किसानों को पूरी एमएसपी दें या गद्दी छोड़ें

कृषि कानूनों के विरोध में आप ने चंडीगढ़ में धरना दिया और मांग की कि या तो कैप्टन किसानों को एमएसपी दें या पद से इस्तीफे दें। आप सांसद भगवंत मान ने कहा, किसानों को एमएसपी की गारंटी देने की बजाय कैप्टन इधर-ऊधर जाकर नौटंकी कर रहे हैं। पंजाब में प्रशासन ठप्प है। उन्हें जत्थेबंदियों से मिलकर एमएसपी का आश्वासन देना चाहिए।

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