Ola plans to establish E-Scooter manufacturing plant in india | भारत में दुनिया का सबसे बड़ा ई-स्कूटर प्लांट लगाना चाहती है ओला, तलाश कर रही है 100 एकड़ जमीन

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नई दिल्ली2 घंटे पहले

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ओला ने हाल ही में नीदरलैंड के ऐप स्कूटर इलेक्ट्रिक ब्रांड एटर्गो को खरीदा है। (Demo Pic)

  • दक्षिण और पश्चिम भारत के चार राज्यों की सरकारों से चल रही है बातचीत
  • अभी होंडा दुनिया के पास है दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

देसी टैक्सी राइडिंग कंपनी ओला कैब्स इलेक्ट्रिक स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग में उतरने की योजना बना रही है। भावेश अग्रवाल और अंकित भाटी की ओर से स्थापित कंपनी प्लांट लगाने के लिए कई राज्यों से बातचीत कर रही है। कंपनी प्लांट के लिए 100 एकड़ जमीन मांग रही है। ओला की योजना दुनिया सबसे बड़ा ई-स्कूटर प्लांट लगाने की है।

अभी होंडा के पास है सबसे बड़ा स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

मौजूदा समय में जापान की प्रमुख ऑटो कंपनी होंडा दुनिया के सबसे बड़े स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का संचालन करती है। गुजरात में स्थित इस प्लांट में हर साल फॉसिल फ्यूल से चलने वाले 1.2 मिलियन व्हीकल बनाए जाते हैं। ओला के इस कदम से बजाज ऑटो, टीवीएस और हीरो मोटोकॉर्प के निवेश वाली कंपनी अथर एनर्जी के सामने समस्या पैदा हो सकती है। ओला में हुंडई का भी निवेश है।

चार राज्यों से चल रही बातचीत

एक रिपोर्ट के मुताबिक, ई-स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लाट के लिए जमीन लेने के लिए ओला की चार राज्यों से बातचीत चल रही है। इसमें तीन राज्य दक्षिण भारत से हैं जबकि 1 राज्य पश्चिम भारत से है। कंपनी की योजना 2 मिलियन इलेक्ट्रिक स्कूटर की क्षमता वाला प्लांट लगाने की है। भारत में ई-स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग लगाने की बात का संकेत इस बात से भी मिलता है कि ओला ने हाल ही में नीदरलैंड के ऐप स्कूटर इलेक्ट्रिक ब्रांड एटर्गो को खरीदा है।

ई-व्हीकल पर केंद्र और राज्य दे रहे हैं इंसेंटिव

देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और कई राज्य सरकारें कंपनियों को इंसेंटिव दे रही हैं। इसके अलावा ग्राहकों को भी इलेक्ट्रिक व्हीकल लोन पर आयकर में 1.5 लाख रुपए तक के ब्याज की छूट दी जा रही है। देश का आयात बिल को कम करने और प्रदूषण में कमी लाने के लिए सरकार यह कदम उठा रही है।

अप्रैल से सितंबर तक केवल 7552 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री

तेल पर निर्भरता कम करने और प्रदूषण में कटौती को लेकर सरकार कई कदम उठा रही है। इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देना भी शामिल हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि मैन्युफैक्चरिंग और चार्जिंग स्टेशन जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश नहीं किया जा रहा है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश भारत में इस साल अप्रैल से लेकर सितंबर तक केवल 7552 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री हुई है। जबकि इस अवधि में 13 लाख पारंपरिक स्कूटर की बिक्री हुई है।



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