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अम्बाला8 घंटे पहले
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- विज बोले- माथा टेकने के लिए किसी से पूछने या बताने की जरूरत नहीं
- रविवार को वाल्मीकि समाज सुधार सभा ने मंत्री की आलोचना की थी
31 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में मुख्य अतिथि गृहमंत्री अनिल विज के बीसी बाजार स्थित वाल्मीकि मंदिर में माथा न टेकने का विवाद तूल पकड़ा तो 9वें दिन विज ने सोमवार को बयान जारी किया। जिसमें कहा कि बीसी बाजार के कुछ लोग बिना वजह भगवान वाल्मीकि मंदिर में माथा न टेकने का मुद्दा उठा रहे हैं। बीसी बाजार वाल्मीकि मंदिर में एक बार नहीं बल्कि 50 बार माथा टेका होगा। हर वर्ष वाल्मीकि जयंती पर इसी मंदिर में ही वह आते रहे हैं।
विज ने कहा कि जब मंदिर में गए तो लोग मंदिर के आगे बहुत बड़ा टेंट लगा कर लंगर खा रहे थे। सब जानते हैं कि उनकी टांग का ऑपरेशन हुआ है। ज्यादा दूर तक चलना मुमकिन नहीं है। अभी अस्पताल में उनकी टांग का दूसरा ऑपरेशन हुआ है। टांग ठीक होने पर दोबारा मंदिर जाएंगे। साथ ही यह भी कहा कि उन्हें मंदिर में जाकर माथा टेकने के लिए किसी से पूछने या बताने की जरूरत नहीं है। मंदिर सब के लिए होते हैं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को वाल्मीकि समाज सुधार सभा ने पंचायत कर गृहमंत्री विज की आलोचना की। जिसमें कहा था कि यदि विज मंदिर में माथा टेकने नहीं आए तो समाज में रोष बढ़ेगा। मंत्री का ताजा बयान के बाद वाल्मीकि समाज सुधार सभा भी दोबारा से अपने पदाधिकारियों से बातचीत करने में जुटी है। सभा के सचिव दीपक ने कहा कि गृहमंत्री के बयान पर सभा विचार करेगी।
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