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अमृतसर21 घंटे पहले
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- त्यौहारी सीजन में मुनाफाखोर कर रहे शहरवासियों की सेहत से खिलवाड़
मुनाफाखोर त्यौहारी सीजन में शहरवासियों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। वीरवार को रामबाग में सेहत विभाग की चंडीगढ़ से आई टीम ने ऐसे ही मुनाफाखोर की ओर से घर में चलाई जा रही फैक्टरी में छापा मारा। जहां से टीम ने भारी मात्रा में घटिया क्वालिटी का सॉस बरामद किया। इसके बाद फैक्टरी को सील कर दिया गया। रामबाग में शिव चावला नामक शख्स अपने घर में घटिया सॉस तैयार करने का काम कर रहा था।
चंडीगढ़ से आई टीम में डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. आदेश कंग, असिस्टेंट कमिश्नर फूड डाॅ. अमित जोशी शामिल थे। उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इंद्रमोहन गुप्ता व उनकी टीम को साथ लेकर यहां छापेमारी की। यहां 1300 लीटर घटिया क्वालिटी का सॉस बरामद हुआ। असिस्टेंट कमिश्नर डाॅ. अमित जोशी ने बताया कि उक्त फैक्टरी में तैयार की जा रही सॉस लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर सकती थी। लिहाजा इसे जब्त कर लिया है। हम इसे नष्ट करवाएंगे। वहीं फैक्टरी सील कर दी है। रेड व चिल्ली सॉस का सैंपल जांच के लिए लेबोरेटरी भेजा गया है।
बांसल स्वीट्स की रसोई में गंदगी, नूडल फैक्टरी में मिले अनहाईजीनिक बन
रामबाग में ही एक नूडल फैक्टरी में भी टीम ने दबिश दी। यहां मैदे के बंद रखे गए थे, जो अनहाइजीनिक लग रहे थे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इंद्रमोहन गुप्ता ने बताया कि इसका सैंपल लिया गया है। वहीं टीम ने शहर के कई भागों में मिठाइयों की दुकानों व बेकरी दुकानों पर भी छापेमारी की। लोहगढ़ स्थित खोया मार्केट, शीतला मंदिर से खोया, पेड़ा व भुग्गे का सैंपल लिया गया। लॉरेंस रोड स्थित बांसल स्वीट्स पर भी दबिश दी। यहां रसोई घर में गंदगी देखी गई। बांसल स्वीट्स संचालक को सफाई व्यवस्था में सुधार लाने को कहा गया है। साथ ही सभी कर्मचारियों को मास्क, कैप व ग्लब्स पहनने को कहा गया है। मिठाइयों के डिब्बे पर उत्पादन एवं वैधता तिथि अंकित करने का निर्देश भी दिया गया है। डाॅ. इंद्रमोहन ने कहा कि दीपावली पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस अवसर पर फूड सेफ्टी आफिसर रजनी, सतनाम सिंह भी उपस्थित थे।
बड़ा सवाल…. सैंपल लेने तक सीमित सेहत विभाग, बाद में कार्रवाई भूल जाता है विभाग
. सेहत विभाग शहर में लगातार सैंपलिंग कर रहा है। इन सैंपलों की रिपोर्ट भी आ जाती है, लेकिन कार्रवाई आज तक सार्वजनिक नहीं हो सकी है। विभाग ने जुलाई महीने में 66 सैंपल भरे थे, इसमें से 18 फेल पाए गए। इसी तरह से अगस्त महीने में 42 सैंपल भरे गए और उसमें से 5 फेल रहे। सितंबर महीने में 51 सैंपल में से 9 फेल रहे।
इधर अक्टूबर महीने में 133 सैंपल भरे गए, लेकिन उनकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आ सकी है। जो सैंपल फेल पाए गए उनसे संबंधित लोगों पर कोई कार्रवाई भी नहीं की जा सकी है। पिछले साल विभाग ने 300 टीन घी पकड़ा था। उसे मिलावटी बताया गया। 5-6 सैंपल फेल पाए गए, लेकिन उस मामले में क्या कार्रवाई हुई अभी तक विभाग बता नहीं सका है।
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