हिसार के बस अड्डे पर उदासीनता और लापरवाही की वजह से अधिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।जब शाम होती है, और बिजली चली जाती है, तो बस अड्डे में अंधेरा छा जाता है। हिसार बस स्टैंड पर जनरेटर की सुविधा तो उपलब्ध है लेकिन कभी उसमें तेल नहीं रहता तो कभी उसके वायर का कनेक्शन का टूटा हुआ होता है। बस स्टैंड के जनरेटर की पिछले 2 महीने से वायर टूटी है, लेकिन इस बात पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। फिलहाल बस अड्डे पर रात में 10:00 बजे तक मात्र दो कर्मचारी रहते हैं। उसके बाद में एक ही कर्मचारी पूरी रात ड्यूटी करता है। किसी प्रकार की हेल्प के लिए हेल्पलाइन सेंटर बंद रहता है। इसे यात्रियों को बहुत ही परेशानी होती है। बस अड्डा रात में रोशन होना चाहिए लेकिन रात में किसी समय बिजली का आधे 1 घंटे का कट लगता है या कोई फॉल्ट आता है तो बस अड्डे पर अंधेरा मंडरा जाता है। बस अड्डे पर शाम को बड़ी संख्या में दिल्ली, चंडीगढ़ व अन्य जगहों के लिए यात्री आते-जाते रहते हैं मगर बस अड्डे पर इस समय तक कोई आला कर्मचारी अधिकारी नहीं रहता है। यदि यात्रियों को कोई समस्या आती है तो यात्री इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में जब बिजली गुल रहती है तो यात्री यहां सहमे सहमे नजर आते हैं।
मंगलवार को बिजली कट लगने से एक घंटे तक कार्यालय का काम बाधित रहा। अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं नजर आया। परंतु बस स्टैंड पर आए लोग काफी परेशान नजर आए। बस स्टैंड के पास विभाग में सैकड़ो लोग बस पास बनवाने के लिए आए थे। इसमें कोई 65 साल का वृद्ध था, कोई महिला थी, तो कुछ युवा थे सभी परेशान नजर आए।
हमारी टीम द नेशन टाइम्स को यात्री लोकेश ने बताया कि वह परसों दोपहर को चंडीगढ़ से आया था तो उस समय भी बस स्टैंड पर बिजली गुल थी।
रोडवेज महाप्रबंधक, हिसार राहुल मित्तल बताते हैं कि बस स्टैंड पर बिजली जाने के बाद लाइट नहीं रहती है ऐसी कोई मेरी बात संज्ञान में नहीं आई है। अगर ऐसा मामला है तो मैं चेक कराता हूं। समस्या को जल्द ही ठीक कराया जाएगा।
