TNT News,Hisar: हरियाणा में ई-टेंडरिंग और राइट-टू रिकॉल लागू करने का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। पूरे प्रदेश स्तर पर सरपंचों का आन्दोलन देखने को मिल रहा है। हिसार ब्लॉक-1 और 2 के सभी सरपंच विरोध स्वरूप अन्श्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। धरने के चौथे दिन काफी संख्या में सरपंचों ने मोर्चा सम्भाला। हिसार ब्लाक 2 के प्रधान और डोबी के सरपंच आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने बताया कि गांव के विकास के लिए इस सरकार की यह व्यवस्था किसी भी सूरत में ठीक नहीं कही जा सकती। इस प्रकार तो सरकार ने सरपंचों की ताकत ही छीन ली है। उन्होने कहा की जब तक ये सरकार इस फरमान को वापस नहीं लेती इसी प्रकार से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
हिसार के बीडीपीओ आंफिस के आगे अन्श्चितकालीन धरने पर बैठे सरपंचों के समर्थन में अन्य जनसंगठन भी आगे आ गए हैं। सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गांव डोपी के सरपंच आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा जिस प्रकार से हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं उसी प्रकार से वे सरपंच होने के नाते अपने गांव के मुख्यमंत्री हैं। यदि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
पहले भी वापस हुआ था फरमान:
गांव डाबड़ा के सरपंच सूर्यदीप का ये दूसरा कार्यकाल है उन्होने बताया कि जब वे 2016 में सरपंच बने तो तब भी सरकार ने इसे लागू करने का प्रयास किया था तब भी पूरे प्रदेश के सरपंचों ने एक जुट होकर इसका विरोध किया था। मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन किया गया था। उस वक्त ओमप्रकाश धनखड़ को सरपंचों से माफी मांगनी पड़ी थी। इस बार फिर से सरकार ने इसे लागू किया है। जिसका विरोध पूरे प्रदेश में हो रहा है। हम इसे किसी भी सूरत में लागू नहीं होने देंगे।
आगमी चुनाव में पलट देंगे सरकार:
धरने पर बैठे सरपंच सूर्यदीप ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके गांव ने उन्हें दूसरी बार सरपंच की जिम्मेदारी सौंपी है। यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो पूरे प्रदेश के सरपंच एक जुट होकर अपनी ताकत दिखाऐंगे। इस सरकार का तो मात्र एक वर्ष का कार्यकाल बचा है और सरपंचों के पास 5 वर्ष का समय है। एक वर्ष तक वे काम नहीं करेंगे यदि सरकार ने मांग पूरी नहीं की तो आने वाले चुनाव में इस सरकार को पलट देंगे।