(विवेक कुमार)
ये रिश्ता क्या कहलाता है, ससुराल सिमर का सहित कई टीवी सीरियल में अपनी यादगार भूमिका निभाने वाली वैशाली ठक्कर इस दुनिया में नहीं रहीं। यह खबर जिसने भी सुनी एक बार तो उसे यकीन नहीं हुआ। वैशाली ठक्कर ने इंदौर स्थित अपने ही घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वैशाली के घर से पुलिस को एक डायरी मिली है जिसके पांच पन्नों में सुसाइड नोट मिला है, इसमें वैशाली ने लिखा है कि पड़ोस में रहने वाले पूर्व प्रेमी राहुल नवलानी ने शारीरिक और भावनात्मक रूप से शोषण किया। आखिरी में उन्होंने ‘आइ क्विट’ लिखा है। राहुल की शादी हो चुकी है और उसके दो बच्चे भी है। पुलिस ने राहुल और उसकी पत्नी दिशा नवलानी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक वैशाली ठक्कर की सगाई हो चुकी थी और वह कुछ ही दिनों में शादी करने वाली थी। राहुल को यह मंजूर नहीं था इसलिए वह उसे प्रताड़ित कर रहा था। इसी दौरान वैशाली की सगाई भी टूट गई, इससे वह काफी परेशान हो गई थी।
गौरतलब है कि वैशाली ठक्कर ने ससुराल सिमर का धारावाहिक में अंजलि भारद्वाज, सुपर सिस्टर्स में शिवानी शर्मा, विष या अमृत: सितारा और मनमोहिनी 2 में अनन्या मिश्रा का किरदार निभाया था जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। वैशाली ठक्कर ने अपनी खास पहचान बनाई स्टार प्लस के धारावाहिक ये रिश्ता क्या कहलाता है से। यह धारावाहिक बहुत लम्बे समय तक चला। इस सीरियल से वैशाली भारत के घर घर तक पहुंची और खूब प्रसिद्धि हासिल की।
क्यों बढ़ रहें है आत्महत्या के मामले:
रूपले पर्दे की दुनिया भी अजीब है यहां जितनी चकाचौंध नजर आती है। इसके पीछे का सच क्या है यहां रहने वाले ही बता सकते हैं। करियर में उंचाईयों पर बने रहने के लिए यहां कड़़ी चुनौतियों का सामना करने वाले कलाकार कभी कभी अवसाद के ऐसे दौर से गुजरते हैं कि वह कब गलत कदम उठा लेते हैं किसी को पता ही नहीं चलता। अकेलापन और अपनी बात अपने दर्द को किसी से बयां न कर पाना स्वयं को मिटा देने की ओर ले जाता है। यह एक ऐसी दुनिया है जहां प्रति दिन जाने कितने ही युवा अपने आंखों में सपने लेकर आते है उनके में बहुत ऐसे खुशनसीब होते है जिनके सपने सच होते है ज्यादातर तो अपनी जिन्दगी के कई वर्ष बस काम पाने के संघर्ष में गुजार देते हैं आखिर में जब मायूसी हांथ आती है वह भी कहीं न कहीं गलत दिशा की ओर युवाओं को ले जाती है।
युवाओं को स्ट्रेस से कैसे बचाऐं:
बच्चें जब तक अपने माता— पिता के सानिध्य में होते हैं उन्हें किसी भी प्रकार की कोई चिंता नहीं होती है जैसे ही वे अपने करियर की उड़ान भरने के लिए बाहर जाते है तो उन्हें नजर आता है कि आखिर में दुनिया कैसी है और यहां किस प्रकार से कदम कदम पर जीवन में संघर्ष का सामना करना पड़ता है। यदि आप ने अपने बच्चों के साथ हमेशा दोस्ताना सम्बन्ध रखें है तो आप का बच्चा आप से सभी प्रकार की बाते शेयर करता है। जिसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि बच्चें के जीवन में क्या चल रहा आप को इसकी जानकारी मिलती रहेगी। यदि वह जीवन के किसी मोड़ पर हताशा या फिर निराशा का शिकार होता है तो वह आप से इस विषय पर चर्चा जरूर करेगा। इस प्रकार से आप अपने बच्चे को उसी वक्त सम्भाल सकते हैं और उसे किसी भी प्रकार के गलत कदम उठाने से आप रोक सकते है। इस लिए अपने बच्चे के साथ हमेशा दोस्ताना सम्बन्ध रखे ताकि वह किसी भी प्रकार की बात आप से शेयर करते हुए न डरे और झिझके। अक्सर देखा यह गया है जो बच्चे अपने माता पिता से सभी प्रकार की बातें सांझा करते हैं वे न केवल जीवन में तेजी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते है बल्की वे हर प्रकार की परिस्थिति में खुश रहते हैं।
अभिभावक बच्चों के लिए समय निकालें:
एक अच्छे अभिभावक कि यही पहचान है कि वह चाहे कितना भी व्यस्त क्यों हो वह अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखता है। यदि आप ज्यादा समय नहीं दे सकते तो कब से कम अपने बच्चे से आप फोन पर बात जरूर करें। इस बातचीत से यह लाभ होगा कि आप उसकी आवाज ही पहचान जाऐगें कि उसके जीवन में क्या चल रहा है। आखिर आप उसके पिता है आप की उसकी मां है आप से बेहतर आप के बच्चें को कौन समझ सकता है। इस लिए आप चाहे कितने भी व्यस्त क्यों न रहें प्रतिदिन अपने बच्चें के लिए समय निकालना न भूलें क्योंकि आप दिन रात जो परिश्रम कर रहें अपने बच्चें के लिए ही कर रहें तो उसकी जिन्दगी की परेशानियों को समझने और उन्हें सुलझाने की जिम्मेदारी भी आप की है। एक अच्छे अभिभावक बन कर आप अपने बच्चें को उन्नति के शिखर पर ले जा सकते हैं।