मौत के 3 घंटे: दूसरी दुनिया में एक लड़की की अनोखी यात्रा

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भगवान से मुलाकात और स्वर्ग का अद्वितीय अनुभव

हमारी ज़िंदगी में अजीब और रहस्यमयी घटनाएं होती हैं, जिन पर विश्वास करना मुश्किल है। 24 वर्षीय मारियंद्री कार्देनास ने दावा किया कि वह तीन घंटे के लिए मरकर स्वर्ग पहुंच गई थी और वहां भगवान से मिली है। हम दूसरी दुनिया के रहस्यों और अनुभवों पर विचार करने के लिए उनकी यह यात्रा प्रेरित करती है।

मौत के कुछ पल

मारियंद्री कार्देनास, एक ग्राफिक डिज़ाइनर, घर में काम करते हुए अचानक गला रुंधने लगा। सब कुछ सुन्न हो रहा था और वह बोल नहीं पा रही थीं। जबकि उनका शरीर जाम हो रहा था, उन्होंने किसी तरह अस्पताल पहुंचकर खुद को कोमा में डाला। डेली स्टार के अनुसार, मारियंद्री ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा कि वह हमें छोड़कर चली गई है। उन्होंने इस जगह से तुरंत दूर चली गईं।

दूसरी दुनिया का अनुभव

मारियंद्री ने कहा कि उस जगह पर बिना सूरज, चांद या तारों के भी उजाला था। उन्होंने पहले कभी ऐसा खाना नहीं देखा था। नूर की जगह लोग थे। कोई नहीं बोलता था; सभी मन से बात कर रहे थे। उन्हें अपने अतीत के बारे में कुछ भी याद नहीं था। वह जगह थी जहां वे भगवान से मिले, जो पूरी दुनिया को रोशन कर रहे थे। वे बहुत खुश थे और मुस्कराते रहे। भगवान हर किसी से बातें करते हुए हंसते थे। वह बहुत खुश थीं जब वहां उनका स्वागत हुआ।

भगवान से मुलाकात

मारियंद्री कहते हैं कि भगवान ने उनसे कहा कि उन्हें वापस लौटना होगा क्योंकि उनका समय अभी नहीं आया था। स्वर्ग में यह अनुभव तीन घंटे का था, लेकिन धरती पर तीन दिन बीत चुके थे। जब मारियंद्री धरती पर लौटीं, तो वह कोमा से जाग गईं और अगले दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली। मारियंद्री कहती हैं कि वह भगवान से मिली थीं और उन्होंने उन्हें मरने के बाद दुनिया दिखाने के लिए चुना था।

स्वर्ग का उजाला और सुकून

मारियंद्री ने कहा कि स्वर्ग में बिना सूरज, चांद या तारों के उजाला था। उनके लिए वहां की शांति और सुकून का वर्णन करना मुश्किल है। उन्हें वहां अपनी जिंदगी की कोई चिंता नहीं हुई। सब कुछ सुंदर और शांत था। वहां के लोग, जो मानव नहीं थे, एक-दूसरे से बिना बोले बात कर रहे थे।

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स्वर्ग का भोजन

उस जगह के पकवान इतने अलग थे कि मारियंद्री ने पहले कभी नहीं देखा था। वह कहती है कि वहाँ का भोजन एक सुंदर अनुभव था। उन्हें यह भी बताया कि वहां सिर्फ दिव्य खुशी का एहसास था, कोई भूख या प्यास नहीं थी।

भगवान का स्नेह और मार्गदर्शन

मारियंद्री ने बताया कि भगवान बहुत प्रेम और स्नेह से सभी नूरों से बात कर रहे थे। वे सबके साथ हंस रहे थे और मुस्कुरा रहे थे। भगवान का स्नेह और मार्गदर्शन भी मारियंद्री को मिला। भगवान ने उनसे कहा कि उनका काम धरती पर अभी पूरा नहीं हुआ है और उन्हें वापस लौटना होगा।

धरती पर वापसी

मारियंद्री का स्वर्ग में तीन घंटे का समय धरती पर तीन दिन का समय था। वह वापस कोमा से जाग गई और अगले दिन अस्पताल से रिहा कर दी गई। हम दूसरी दुनिया के रहस्यों और अनुभवों पर विचार करने पर मजबूर हो जाते हैं, उनकी यह अद्भुत यात्रा।

मारियंद्री कार्देनास की यह विचित्र कहानी हमें जीवन और मृत्यु के रहस्यों पर विचार करने पर मजबूर करती है। उनके अनुभव हमें विश्वास दिलाते हैं कि मरने के बाद भी एक दूसरा जगह है, जहां हम भगवान से मिल सकते हैं और दिव्य शांति का अनुभव कर सकते हैं। यह उनकी यात्रा हमें जीवन की महत्वपूर्णता और हर पल का मूल्यांकन करने की सीख देती है।

मारियंद्री की इस कहानी से हमें यह भी समझना चाहिए कि जीवन अनमोल है और हमें हर पल खुशी और सुकून से जीना चाहिए।

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