मध्य प्रदेश के सागर जिले में बाघराज का क्षेत्र एक अद्वितीय स्थान है, जहाँ हरसिद्धि माता का मंदिर है। इस मंदिर की विशेषता है कि यहाँ एक विशाल अजगर, जिसे स्थानीय लोग ‘अजगर दादा’ कहते हैं, निवास करता है। यह अजगर न केवल लोगों की आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसकी उपस्थिति को यहाँ के निवासियों के लिए एक शुभ संकेत माना जाता है। खासकर नवरात्रि के समय, जब भक्तजन इस अजगर को दर्शन करने आते हैं, तब मान्यता है कि इसकी कृपा से किसी की भी किस्मत पलट सकती है।
अजगर दादा की महिमा
इस मंदिर की मान्यता के अनुसार, अजगर दादा यहाँ के रक्षक के रूप में स्थापित हैं। जब भी कोई भक्त इस अजगर को देखता है, तो उसे विशेष आशीर्वाद मिलता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि अजगर दादा के कारण इस क्षेत्र में कभी भी किसी को सांप द्वारा काटने की घटना नहीं हुई है। यह चमत्कारिक अनुभव वर्षों से जारी है, और आज भी लोग इसके प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करने आते हैं।
नवरात्रि का विशेष महत्व
नवरात्रि का पर्व विशेष रूप से इस मंदिर के लिए महत्वपूर्ण है। जैसे ही नवरात्रि की शुरुआत होती है, भक्तजन अजगर दादा के दर्शन के लिए मंदिर में जुटते हैं। कहते हैं कि इस दौरान अगर किसी को अजगर दादा के दर्शन हो जाएं, तो उसकी किस्मत में चमत्कारिक बदलाव हो सकता है। क्षेत्र के पुजारी पुष्पेंद्र महाराज का कहना है कि आज तक किसी भी भक्त को नुकसान नहीं हुआ है, जब भी उन्होंने अजगर दादा को देखा।
अजगर की कहानी
अजगर दादा की लंबाई लगभग 15-20 फीट तक हो सकती है। पहले, जब वह गुफा के बाहर निकलते थे, तब उनकी मोटाई डेढ़ फीट तक होती थी। लेकिन अब उनकी उम्र अधिक हो गई है, और लोग उन्हें गुफा के भीतर ही देखते हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि अजगर दादा हमेशा यहाँ मौजूद हैं और उनकी कृपा से क्षेत्र में कभी भी कोई अनहोनी नहीं हुई।
पूजा की परंपरा
मंदिर परिसर में स्थित गुफा के द्वार पर भक्तजन जल अर्पित कर पुष्प चढ़ाते हैं। यह एक प्रकार की पूजा है, जिसमें वे अजगर दादा को श्रद्धा पूर्वक प्रणाम करते हैं। अजगर को छूकर देखना और उसे फूल चढ़ाना यहाँ के भक्तों के लिए एक विशेष अनुभव होता है।
अजगर का स्वभाव
अजगर दादा का स्वभाव भी लोगों को आकर्षित करता है। जब वह दर्शन देते हैं, तो भक्त उनके पास आते हैं, उन्हें प्रणाम करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। अजगर के प्रति यह श्रद्धा और सम्मान दर्शाता है कि यहाँ के लोग प्राकृतिक और अद्भुत शक्तियों को कैसे मानते हैं।
चमत्कारिक क्षेत्र
इस मंदिर के आस-पास का क्षेत्र भी अजगर दादा के प्रभाव से सुरक्षित माना जाता है। यहाँ के निवासी बताते हैं कि अजगर दादा की कृपा से इस क्षेत्र में कभी भी सांप के काटने की घटना नहीं हुई है। यह एक अनोखा चमत्कार है, जो लोगों को विश्वास दिलाता है कि वे सुरक्षित हैं।
सांस्कृतिक महत्व
हरसिद्धि माता का यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। यहाँ के लोग अपनी परंपराओं और विश्वासों को सहेजकर रखते हैं। नवरात्रि जैसे त्योहारों के दौरान, यह मंदिर विशेष रूप से लोगों की आस्था का केंद्र बन जाता है।
मध्य प्रदेश का यह अजगर दादा मंदिर एक अनूठा स्थल है, जहाँ आस्था, विश्वास और प्रकृति का अद्भुत संगम है। यहाँ का अजगर न केवल एक जीव है, बल्कि यह लोगों की किस्मत को बदलने वाला एक प्रतीक भी है। यदि आप कभी इस क्षेत्र में आएं, तो हरसिद्धि माता के इस मंदिर के दर्शन करना न भूलें। यहाँ की अनोखी मान्यताएँ और अजगर दादा की कृपा आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
इस प्रकार, अजगर दादा की कथा न केवल भक्ति की प्रेरणा देती है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाती है कि प्राकृतिक शक्तियों का सम्मान करना और उनकी पूजा करना कितना महत्वपूर्ण है।