Hardik Pandya की फिटनेस और आईपीएल प्रदर्शन के बाद कप्तानी में बदलाव, खिलाड़ियों ने Suryakumar Yadav पर जताया विश्वास
भारतीय क्रिकेट में कप्तानी के मामले में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। BCCI को खिलाड़ियों से मिली फीडबैक के अनुसार, भारतीय खिलाड़ी Suryakumar Yadav पर Hardik Pandya से अधिक भरोसा करते हैं और उनकी कप्तानी में खेलना पसंद करते हैं। यह बदलाव उस समय आया है जब Hardik Pandya को रोहित शर्मा के बाद भारतीय टीम का नया कप्तान बनाए जाने की संभावना थी।
Hardik Pandya: शानदार खिलाड़ी, लेकिन नेतृत्व में कमज़ोर
हार्दिक पांड्या भारत के सर्वश्रेष्ठ सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर माने जाते हैं। उन्होंने जून 2022 से अगस्त 2023 के बीच 19 मैचों (16 टी20आई और तीन वनडे) में भारत की कप्तानी की थी, जिनमें से 12 में जीत हासिल की। इसके बाद उन्हें 2024 टी20 विश्व कप में भारतीय टीम की अगुवाई करने का प्रमुख उम्मीदवार माना जा रहा था।
हालांकि, रोहित शर्मा की टी20आई में वापसी के बाद हार्दिक को उपकप्तान के रूप में खेलना पड़ा। रोहित और हार्दिक दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया और भारत ने विश्व कप जीता। लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद, जब भारतीय टीम नए कप्तान की तलाश कर रही थी, हार्दिक पांड्या को प्राथमिकता नहीं दी गई। इसके बजाय, चयनकर्ताओं और नए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने श्रीलंका दौरे के लिए सूर्यकुमार यादव को टी20आई कप्तान चुना। हार्दिक को उपकप्तान भी नहीं बनाया गया, वह पद शुभमन गिल को सौंपा गया।
Hardik Pandya की गिरावट: क्या था कारण?
हार्दिक पांड्या का प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन उनकी फिटनेस सबसे बड़ा मुद्दा बना। उनकी चोटों का इतिहास देखते हुए, चयनकर्ताओं और बोर्ड को उनकी कप्तानी के लिए आत्मविश्वास नहीं था। 30 वर्षीय ऑलराउंडर का करियर कई गंभीर चोटों से प्रभावित रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के चौथे वनडे विश्व कप ग्रुप स्टेज मैच में गेंदबाजी करते हुए अपनी टखने में चोट लगाई थी, जिसके बाद वे पांच महीने तक खेल से बाहर रहे।
IPL में Hardik Pandya का निराशाजनक प्रदर्शन
IPL में हार्दिक का प्रदर्शन और नेतृत्व दोनों ही निराशाजनक रहे। इसके कारण कई लोगों का विश्वास उनके नेतृत्व कौशल पर कम हो गया। हालांकि, भारतीय चयन में आईपीएल का प्रदर्शन ज्यादा मायने नहीं रखता, लेकिन हार्दिक के नेतृत्व ने किसी को भी प्रभावित नहीं किया। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि “हार्दिक कभी भी मुंबई इंडियंस के ड्रेसिंग रूम को जीत नहीं पाए और कई लोग उन्हें राष्ट्रीय टीम को एकजुट करने के लिए भरोसेमंद नहीं मानते।”
Suryakumar Yadav: नए कप्तान के रूप में उभरते सितारे
Suryakumar Yadav , जिन्हें उनके साथी खिलाड़ी अधिक भरोसेमंद मानते हैं, ने भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और मैदान पर धैर्यपूर्ण रवैये के कारण खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं का विश्वास जीता है। भारतीय टीम के लिए उनकी कप्तानी में खेलना खिलाड़ी अधिक पसंद कर रहे हैं।
BCCI का निर्णय और आगे की रणनीति
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की फीडबैक के आधार पर सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाने का निर्णय लिया। इससे टीम में एक नई ऊर्जा और नई दिशा मिलने की उम्मीद है। बीसीसीआई का मानना है कि सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम का प्रदर्शन और अधिक बेहतर होगा और वे टीम को एकजुट रख पाएंगे।
Hardik Pandya का भविष्य
Hardik Pandy की फिटनेस और नेतृत्व कौशल पर सवाल उठने के बाद भी वे भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने रहेंगे। उनका बल्लेबाजी और गेंदबाजी कौशल टीम के लिए अमूल्य है। हालांकि, कप्तानी के मामले में अब Suryakumar Yadav को प्राथमिकता दी गई है, लेकिन हार्दिक का योगदान भारतीय टीम के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहेगा।
भारतीय क्रिकेट में कप्तानी चयन में हुए इस बदलाव से स्पष्ट होता है कि खिलाड़ियों का विश्वास और उनका फीडबैक चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण हैं। खिलाड़ियों की उम्मीदों और टीम की आवश्यकताओं को देखते हुए Suryakumar Yadav को कप्तान बनाने का निर्णय लिया गया है। हार्दिक पांड्या की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठने के बावजूद, उनका क्रिकेट करियर अभी भी उज्ज्वल है और भारतीय टीम उनसे और अधिक जीतने की उम्मीद करती है। भारतीय क्रिकेट में यह परिवर्तन टीम को एक नई दिशा और ऊर्जा देता है।
http://भारतीय क्रिकेट में नेतृत्व का नया युग: Suryakumar Yadav को खिलाड़ियों का भरोसा