बॉलीवुड और राजनीति का जुड़ाव कोई नई बात नहीं है, और जब बात आती है नेताओं के बॉलीवुड कनेक्शन की, तो बाबा सिद्दीकी का नाम प्रमुखता से उभरता है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी न केवल अपनी राजनीतिक सूझ-बूझ के लिए मशहूर थे, बल्कि उनके सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों की भी एक अलग कहानी है। वे खासतौर पर अपनी शानदार इफ्तार पार्टियों और बॉलीवुड के सितारों के साथ अपनी करीबी दोस्ती के लिए जाने जाते थे। खासकर, संजय दत्त और सलमान खान के साथ उनके रिश्ते ने उन्हें फिल्मी दुनिया के दिल के करीब ला दिया।
बाबा सिद्दीकी और बॉलीवुड का रिश्ता
बाबा सिद्दीकी का नाम अक्सर राजनीति से जुड़े होने के बावजूद बॉलीवुड के स्टार्स के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। अगर किसी ने इस रिश्ते को सबसे पहले मजबूत किया, तो वह संजय दत्त थे। संजय दत्त, जिन्हें ‘संजू बाबा’ के नाम से जाना जाता है, बाबा सिद्दीकी के सबसे करीबी दोस्तों में से एक थे। वे अक्सर सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियों में शामिल होते थे। यह दोस्ती केवल दिखावे तक सीमित नहीं थी, बल्कि इन दोनों के बीच गहरे व्यक्तिगत संबंध थे।
हालांकि, संजय दत्त ही नहीं, बल्कि सलमान खान और शाहरुख खान जैसे बड़े सितारों से भी बाबा सिद्दीकी की दोस्ती रही। सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियों में शाहरुख और सलमान जैसे सितारे अक्सर नजर आते थे। यहां तक कि उन्होंने 2013 की इफ्तार पार्टी में शाहरुख खान और सलमान खान के बीच की पांच साल पुरानी दरार को भी खत्म करवाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
शाहरुख और सलमान की दोस्ती में बाबा सिद्दीकी की भूमिका
बॉलीवुड के दो सबसे बड़े सुपरस्टार्स, शाहरुख खान और सलमान खान, का रिश्ता हमेशा से लोगों की चर्चा का विषय रहा है। एक समय था जब दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन 2008 में कैटरीना कैफ की बर्थडे पार्टी में हुए एक विवाद ने उनके रिश्ते में दरार डाल दी थी। इसके बाद, पांच साल तक दोनों ने एक-दूसरे से दूरी बनाए रखी और यह ठंडी जंग (कोल्ड वॉर) मीडिया में सुर्खियों का हिस्सा बनी रही।
लेकिन 2013 में बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी में जो हुआ, वह बॉलीवुड इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। उस पार्टी में अनजाने में शाहरुख और सलमान एक-दूसरे से टकराए और दोनों के बीच की वर्षों पुरानी नाराजगी खत्म हो गई। उस दिन दोनों सितारे एक-दूसरे से गर्मजोशी से मिले और यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद से दोनों के बीच का रिश्ता सुधरता गया, और बाबा सिद्दीकी को इस नई शुरुआत का श्रेय दिया जाने लगा।
बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियों का महत्व
बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियों का आकर्षण केवल राजनीतिक या धार्मिक आधार तक सीमित नहीं था। बॉलीवुड से लेकर व्यवसायिक जगत तक, हर क्षेत्र के बड़े नाम उनकी पार्टियों में शिरकत करते थे। उनकी पार्टियों का आयोजन केवल एक सामाजिक घटना नहीं होती थी, बल्कि यह उन संबंधों का प्रतीक होती थी जो उन्होंने अपने जीवनकाल में बनाए थे।
सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियों की गिनती मुंबई के सबसे बड़े और चर्चित आयोजनों में होती थी, जहां बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारे नियमित रूप से नजर आते थे। उनके लिए ये पार्टियां एक तरह से समाज के अलग-अलग हिस्सों को एक मंच पर लाने का जरिया थीं, जहां लोग अपने मतभेद भूलकर एक साथ आ सकते थे।
राजनीति से लेकर सामाजिक जीवन तक
बाबा सिद्दीकी का पूरा जीवन राजनीति और समाज सेवा में बीता। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ लगभग 48 साल बिताए और तीन बार मुंबई के बांद्रा वेस्ट से विधायक चुने गए। राजनीति में उनका अनुभव गहरा और विविध था। उन्होंने 1999, 2004 और 2009 के चुनावों में जीत हासिल की और अपनी सेवाएं मंत्री पद पर भी दीं।
हालांकि, राजनीति में उनकी पहचान केवल उनके अनुभव तक सीमित नहीं थी। बाबा सिद्दीकी अपनी शानदार और आलीशान पार्टियों के लिए भी मशहूर थे। उन्होंने अपने जीवन के हर पहलू में संबंधों को मजबूत बनाने और नई दोस्तियों को जन्म देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शाहरुख और सलमान के बीच दोस्ती की पुनः शुरुआत
बाबा सिद्दीकी की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक वह दिन है, जब उन्होंने शाहरुख खान और सलमान खान के बीच की दरार को मिटाने में मदद की। दोनों सितारों के बीच की पुरानी नाराजगी को खत्म करने में उनकी इफ्तार पार्टी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह सिर्फ एक पार्टी नहीं थी, बल्कि इसने बॉलीवुड के दो सबसे बड़े सितारों को फिर से एक साथ लाने का मौका दिया।
यह घटना न केवल उनकी दोस्ती की नई शुरुआत का प्रतीक बनी, बल्कि इससे यह भी साफ हुआ कि बाबा सिद्दीकी के व्यक्तित्व में लोगों को एक साथ लाने की अद्भुत क्षमता थी।
बाबा सिद्दीकी का निधन उनके प्रशंसकों और मित्रों के लिए एक गहरा धक्का था। उनके जैसे नेता, जो राजनीति, समाज और बॉलीवुड को एक साथ जोड़ते थे, बहुत कम होते हैं। उनकी इफ्तार पार्टियां, जहां बड़े-बड़े सितारे एक साथ आते थे, उनकी विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी हैं।
संजय दत्त, सलमान खान और शाहरुख खान के साथ उनके रिश्ते ने यह साबित किया कि बाबा सिद्दीकी न केवल एक कुशल नेता थे, बल्कि एक सच्चे दोस्त भी थे, जो लोगों को जोड़ने की कला में माहिर थे।