प्रीति जिंटा ने अकेले बच्चों को संभालने के अनुभव से सिंगल पैरेंट्स को किया सलाम

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बॉलीवुड की चहेती अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने हाल ही में एक दिल छू लेने वाली तस्वीर शेयर की, जिसमें वह अपने जुड़वा बच्चों के साथ नजर आ रही हैं। तस्वीर के साथ प्रीति ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि बीते दो हफ्ते उनके लिए कितने चुनौतीपूर्ण रहे हैं, क्योंकि इन दिनों में उन्होंने अपने बच्चों को अकेले संभाला। प्रीति का यह अनुभव उस संघर्ष को दर्शाता है, जो एक माता-पिता, विशेषकर सिंगल पैरेंट्स को रोजमर्रा की जिंदगी में सामना करना पड़ता है। प्रीति का यह पोस्ट हर उस माता-पिता के लिए प्रेरणा है, जो अपने बच्चों के लिए निरंतर त्याग और समर्पण दिखाते हैं।

प्रीति जिंटा ने अकेले बच्चों को संभालने के अनुभव से सिंगल पैरेंट्स को किया सलाम
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मातृत्व की चुनौतीपूर्ण यात्रा का नया अध्याय

प्रीति जिंटा ने साल 2016 में अमेरिकी नागरिक जीन गुडइनफ से शादी की थी। 2021 में, सरोगेसी के माध्यम से उनके घर जुड़वा बच्चों जय और जिया का आगमन हुआ। प्रीति और जीन दोनों ने पैरेंटिंग को मिलकर संभालने का निर्णय लिया, लेकिन इन दो हफ्तों में प्रीति ने सोलो पैरेंटिंग का अनुभव किया, क्योंकि जीन काम के सिलसिले में टूर पर थे। प्रीति ने इन दिनों में एक मां के रूप में खुद को साबित किया और महसूस किया कि बच्चों की देखभाल करना कितना जिम्मेदारी भरा और त्यागपूर्ण काम है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए भावनाओं का इजहार

प्रीति जिंटा ने इंस्टाग्राम पर अपने जुड़वा बच्चों के साथ एक प्यारी तस्वीर शेयर की, जिसमें वे बच्चों के साथ टहलते हुए नजर आईं। तस्वीर में किसी का चेहरा साफ नजर नहीं आ रहा है, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है उस पोस्ट का संदेश, जिसमें उन्होंने उन सभी सिंगल पैरेंट्स को सलाम किया, जो अपने बच्चों के लिए अनगिनत त्याग करते हैं। प्रीति ने अपने पोस्ट में लिखा कि वीकेंड की ओर बढ़ते हुए, पिछले दो हफ्ते उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहे हैं। उन्होंने बच्चों की हर छोटी-बड़ी जरूरत को पूरा किया—चाहे वह सुबह उठाना हो, स्कूल के लिए तैयार करना हो, या फिर रात में उन्हें सुलाना हो। उनके पति जीन के टूर पर होने के कारण प्रीति ने यह सब अकेले ही संभाला।

अपने बच्चों के लिए त्याग करने की अनूठी भावना

प्रीति जिंटा ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि ये दो हफ्ते उनके लिए खास थे क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि माता-पिता बच्चों के लिए कितना त्याग करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय के दौरान उन्हें खुद के लिए एक पल का भी समय नहीं मिला, क्योंकि वह बच्चों की देखभाल में पूरी तरह व्यस्त रहीं। प्रीति का यह अनुभव हर उस माता-पिता की कहानी को दर्शाता है, जो अपने बच्चों के लिए अपने समय और आराम को त्याग देता है। अपने बच्चों को प्यार और सुरक्षा देने के लिए माता-पिता का यह समर्पण बहुत ही प्रशंसनीय है।

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सिंगल पैरेंट्स को सलाम

अपने अनुभव के आधार पर, प्रीति ने उन सभी सिंगल मदर्स और फादर्स का आभार व्यक्त किया, जो अपने बच्चों के लिए अपना सबकुछ लुटा देते हैं। उन्होंने लिखा, “सभी सिंगल मॉम्स और डैड्स को बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि आप लोग कितना बढ़िया काम कर रहे हैं। आप सभी को ढेर सारा प्यार।” प्रीति का यह संदेश उनके दिल से निकला एक आभार है, जो सिंगल पैरेंट्स के कठिन और त्यागपूर्ण जीवन की सराहना करता है।

मातृत्व की चुनौतियों का सामना करते हुए

प्रीति जिंटा का यह अनुभव यह भी दिखाता है कि कैसे मातृत्व और पितृत्व दोनों ही बड़ी जिम्मेदारियां हैं। बच्चों की देखभाल में आने वाली सभी चुनौतियों के बावजूद, प्रीति ने इन दो हफ्तों का सामना किया और अपने बच्चों को अकेले ही संभाला। उन्होंने बच्चों को समय पर स्कूल पहुंचाने से लेकर उनकी छोटी-बड़ी जरूरतों का ख्याल रखा और उनके साथ अधिक से अधिक समय बिताने का प्रयास किया। प्रीति के इस अनुभव ने उन्हें माता-पिता की जिम्मेदारियों और त्याग को और अधिक समझने में मदद की।

सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया

प्रीति जिंटा के इस पोस्ट पर फैंस और दोस्तों ने खूब प्रतिक्रियाएं दीं। लोगों ने उनकी सोलो पैरेंटिंग के अनुभव की सराहना की और उन पर गर्व किया। सिंगल पैरेंट्स ने भी इस पोस्ट के जरिए अपनी भावनाओं को साझा किया और प्रीति का धन्यवाद किया कि उन्होंने उनके संघर्ष को समझा और सराहा। सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रीति की तारीफ की और बताया कि उनका यह संदेश कितने सारे माता-पिता के लिए प्रेरणा है।

वर्किंग मदर्स का संघर्ष

प्रीति जिंटा के इस अनुभव ने एक और पहलू को भी सामने रखा—वर्किंग मदर्स का संघर्ष। अपने पेशेवर काम के बीच बच्चों की देखभाल करना और हर छोटी-बड़ी चीज का ख्याल रखना एक बड़ी चुनौती है। प्रीति ने यह भी कहा कि वह शूट पर जाने से पहले बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताने की कोशिश करती हैं। यह संघर्ष हर उस महिला का है, जो अपने करियर और परिवार दोनों को संभालने की कोशिश करती है। प्रीति का यह अनुभव दर्शाता है कि एक मां का दिल हमेशा अपने बच्चों के लिए धड़कता है, और वह हर परिस्थिति में अपने बच्चों की भलाई का ही सोचती है।

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अपकमिंग प्रोजेक्ट्स में व्यस्त प्रीति जिंटा

अपने पैरेंटिंग जिम्मेदारियों के साथ-साथ प्रीति जिंटा अपने करियर पर भी फोकस कर रही हैं। वह जल्द ही सनी देओल के साथ फिल्म ‘लाहौर 1947’ में नजर आएंगी, जिसका निर्देशन राजकुमार संतोषी कर रहे हैं। यह फिल्म एक पीरियड ड्रामा है और इसमें अली फजल भी महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे। इस प्रोजेक्ट के साथ, प्रीति एक बार फिर बॉलीवुड में अपनी दमदार वापसी कर रही हैं।

सिंगल पैरेंट्स के लिए एक प्रेरणादायक संदेश

प्रीति जिंटा का यह अनुभव हर सिंगल पैरेंट के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने अपने शब्दों के जरिए यह संदेश दिया कि सिंगल पैरेंट्स जो कुछ भी करते हैं, वह न केवल प्रशंसनीय है बल्कि एक बड़ी प्रेरणा भी है। सिंगल पैरेंट्स के त्याग और समर्पण को सलाम करना एक अद्भुत भावना है, और प्रीति का यह संदेश हर उस व्यक्ति को प्रेरित करेगा जो अपने बच्चों के लिए हर दिन मेहनत और संघर्ष करता है।

प्रीति जिंटा का यह अनुभव उनके सभी फैंस के लिए एक खास संदेश है। उन्होंने यह बताया कि माता-पिता बनना आसान नहीं है, और सिंगल पैरेंट्स का त्याग और समर्पण किसी भी पुरस्कार से बढ़कर है। प्रीति के इस पोस्ट ने यह साबित कर दिया है कि एक मां का दिल अपने बच्चों के लिए हमेशा धड़कता है, और वह अपने बच्चों के लिए हर संभव कोशिश करती है। इस अनुभव ने उन्हें भी सिंगल पैरेंट्स की मेहनत और उनके संघर्ष को समझने का एक नया दृष्टिकोण दिया है।

प्रीति जिंटा का यह पोस्ट हर उस माता-पिता के लिए प्रेरणा है, जो अपने बच्चों के लिए अपने समय, आराम और इच्छाओं का त्याग करते हैं। उनकी इस प्रेरणादायक कहानी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्यार और त्याग ही बच्चों के लिए सबसे बड़ी और अनमोल सौगात होती है।

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