नई दिल्ली: भारतीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव ने हर किसी का ध्यान खींचा है। एक समय जब कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास थीं, अब वैश्विक बाजार में टेंशन कम होने के चलते इनकी कीमतें फिर से नरम पड़ी हैं। इसके प्रभाव के तहत, सरकारी तेल कंपनियों ने हाल ही में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कटौती की है, जिससे पहाड़ों से लेकर मैदानों तक के लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
वैश्विक बाजार में गिरावट का असर
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट है। पिछले 24 घंटों में, ब्रेंट क्रूड की कीमत 75.42 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है, जबकि डब्ल्यूटीआई का रेट 71.82 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया है। यह गिरावट वैश्विक स्तर पर युद्ध की टेंशन में कमी के चलते संभव हुई है।
सरकारी तेल कंपनियों के नए रेट
सरकारी तेल कंपनियों द्वारा मंगलवार को जारी की गई नई कीमतों के अनुसार, विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है।
- गौतमबुद्ध नगर (यूपी): यहाँ पेट्रोल 29 पैसे घटकर 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 31 पैसे घटकर 87.83 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
- पटना (बिहार): पेट्रोल की कीमत 18 पैसे घटकर 105.18 रुपये और डीजल की कीमत 18 पैसे घटकर 92.04 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
- देहरादून (उत्तराखंड): यहां पेट्रोल 13 पैसे महंगा होकर 93.45 रुपये लीटर और डीजल 20 पैसे बढ़कर 88.32 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
हालांकि, देश के चारों महानगरों—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में तेल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिससे उपभोक्ता निराश हैं।
महानगरों में तेल की कीमतें
यहाँ चारों महानगरों में वर्तमान दाम इस प्रकार हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल 96.65 रुपये और डीजल 89.82 रुपये प्रति लीटर
- मुंबई: पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर
रेट्स में बदलाव का समय
पेट्रोल की कीमतों में बदलाव हर सुबह 6 बजे होता है। यह समय निश्चित है और नए रेट उसी समय से लागू हो जाते हैं। रेट्स में होने वाले बदलाव के पीछे की प्रक्रिया में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और अन्य शुल्क शामिल होते हैं। यही कारण है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें अक्सर मूल भाव से लगभग दोगुना हो जाती हैं।
उपभोक्ताओं पर असर
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने आम जनता को बुरी तरह प्रभावित किया है। बढ़ती कीमतों के चलते परिवहन खर्च बढ़ता है, जिसका सीधा असर माल की कीमतों और जीवन यापन पर पड़ता है। इसलिए, जब भी कीमतों में कमी आती है, तो उपभोक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ जाती है।
संभावित भविष्य
जैसे-जैसे वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहेगा, घरेलू बाजार में भी इसका असर देखने को मिलेगा। यदि युद्ध की स्थिति में कमी आती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आती है, तो संभावना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और कमी आएगी।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा असर पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों पर पड़ा है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है। लेकिन आने वाले समय में बाजार की चाल और वैश्विक परिस्थितियों के आधार पर ये कीमतें फिर से बदल सकती हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव न केवल आम जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए, हमें इन मूल्यों पर ध्यान देना चाहिए और सरकार की नीतियों का समर्थन करना चाहिए, जिससे हमें सस्ती और स्थिर ईंधन प्राप्त हो सके।