नवरात्रि, एक ऐसा पावन पर्व है जो देशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दौरान माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है, और अनेक भक्त 9 दिनों तक व्रत रखते हैं। व्रत रखने का अर्थ केवल उपवास करना नहीं है, बल्कि इसका सही अर्थ है स्वस्थ और संतुलित आहार लेना ताकि शरीर में कमजोरी न आए। इसलिए, यदि आप इस नवरात्रि व्रत रख रहे हैं, तो आपको अपनी डाइट को लेकर सतर्क रहना होगा। आइए जानते हैं नवरात्रि में व्रत रखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. हाइड्रेशन का ध्यान रखें
व्रत के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आपको हर दिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए। इससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहता है। पानी की कमी से न केवल थकान होती है, बल्कि यह सिरदर्द और कमजोरी का भी कारण बन सकता है। इसके अलावा, आप ताजे फलों का रस या नारियल पानी भी ले सकते हैं, जो ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं।
2. नियमित अंतराल पर खाएं
व्रत रखने के दौरान लंबे समय तक भूखा रहना सही नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए, हर 4-5 घंटे में कुछ न कुछ खाएं। फलों का सेवन करें, जैसे केले, सेब और संतरे, जो आपको तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसके साथ ही, सूखे मेवे जैसे बादाम, काजू और पिस्ता का सेवन करें, जो न केवल पौष्टिक होते हैं, बल्कि ऊर्जा के लिए भी बेहतरीन होते हैं।
3. दूध और दही का सेवन
दूध और दही प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत होते हैं। इनका सेवन आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है। साथ ही, यह शरीर को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है। यदि आप शाकाहारी हैं, तो नवरात्रि में दूध और दही को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना न भूलें।
4. तला हुआ खाना अवॉयड करें
व्रत के दौरान, आमतौर पर लोग तले हुए खाने की ओर आकर्षित होते हैं। लेकिन अत्यधिक ऑयली और तले हुए खाद्य पदार्थ सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसके बजाय, साबूदाना खिचड़ी, कुट्टू का आटा या सिंघाड़े का आटा से बने पदार्थों का सेवन करें। ये हल्के और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
5. तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
व्रत के दौरान तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाना बेहद जरूरी है। आप हर्बल चाय या ताजे फलों का जूस भी ले सकते हैं। इससे न केवल हाइड्रेशन बना रहेगा, बल्कि यह आपके शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करेगा।
सावधान रहने वाले लोग
कुछ लोगों को व्रत के दौरान अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। यदि आप माइग्रेन या लो ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित हैं, तो आपको बेहद ध्यानपूर्वक व्रत रखना चाहिए। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीजों को व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह जरूर लेनी चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाओं को भी नवरात्रि में 9 दिनों तक व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती। यदि वे व्रत रखना चाहती हैं, तो उन्हें संतुलित आहार का पालन करना चाहिए।
नवरात्रि का पर्व केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह एक अवसर भी है अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखने का। व्रत के दौरान अगर सही डाइट का पालन किया जाए तो न केवल शरीर में कमजोरी नहीं आएगी, बल्कि यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा। इस नवरात्रि में, अपनी सेहत का ख्याल रखें, मां दुर्गा की कृपा से ऊर्जा और स्वास्थ्य के साथ अपने व्रत का पालन करें।
इस तरह, नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत एक सकारात्मक अनुभव बन सकता है, जिसमें आप न केवल पूजा-पाठ कर सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली भी अपना सकते हैं।