दादी और पोते की करंट से हुई मौत: 1 दर्दनाक हादसा

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दादी और पोते की करंट से हुई मौत: 1 दर्दनाक हादसा

भिंड जिले के खेरौली गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को सन्न कर दिया है। 15 महीने का नाती मुनेंद्र और उसकी 65 वर्षीय दादी मुन्नी देवी की करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि कैसे लापरवाही और सिस्टम की कमजोरियों के चलते मासूम जिंदगियों को खतरा पैदा हो सकता है।

घटना का विवरण

15 महीने का नाती बिजली की टूटी केबल से खेलने लगा, बचाने गई दादी को भी करंट लगा, दोनों की मौत

सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे मुनेंद्र अपने घर के बाहर टूटी हुई बिजली की केबल के पास खेल रहा था। इस दौरान उसे करंट लगा, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा। यह देखकर उसकी दादी मुन्नी देवी तुरंत उसकी मदद के लिए दौड़ीं, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें भी करंट लग गया। दोनों को गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक त्रासदी बन गई है।

गांव में बिजली की स्थिति

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उन्होंने बिजली कंपनी को टूटे हुए केबल की सूचना दी थी, लेकिन कोई भी कर्मचारी समय पर वहां नहीं पहुंचा। खेरौली पंचायत के सरपंच राजू सिकवार ने बताया कि घटना के समय तक कोई भी संबंधित कर्मचारी उस क्षेत्र में नहीं पहुंचा था। अगर समय पर केबल को ठीक कर दिया जाता, तो यह दर्दनाक हादसा शायद टल जाता।

समाज पर प्रभाव

इस घटना ने गांव में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। लोग बिजली के ढीले तारों और टूटी हुई केबलों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। यह केवल एक परिवार की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन कई परिवारों की कहानी है जो अपनी सुरक्षा के प्रति लापरवाह बिजली वितरण प्रणाली के कारण जोखिम में हैं।

प्रशासन की जिम्मेदारी

यह घटना यह भी दर्शाती है कि किस तरह से सरकारी तंत्र और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। बिजली विभाग को चाहिए कि वे समय पर नागरिकों की शिकायतों का समाधान करें और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं।

परिवार का दुख

मुनेंद्र की दादी मुन्नी देवी अपने पोते की देखभाल करने में हमेशा तत्पर रहीं। उनका परिवार अब एक गहरी दुख में है, खासकर मुनेंद्र की बड़ी बहन मिष्ठी, जो अब अकेली हो गई है। यह परिवार अब अपने दो प्रियजनों को खोने के बाद सदमे में है।

इस घटना ने हमें एक महत्वपूर्ण पाठ सिखाया है कि सुरक्षा केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी भी है। हमें अपनी और दूसरों की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए। अगर हम समय रहते उचित कदम नहीं उठाएंगे, तो भविष्य में ऐसी और भी घटनाएं हो सकती हैं।

हमें उम्मीद है कि स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग इस दुखद घटना से सीख लेंगे और आगे से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करेंगे। इस त्रासदी के शिकार हुए परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएँ हैं, और हम उनकी पीड़ा को साझा करते हैं।

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