जीनत अमान का फिल्म ‘डाकू हसीना’ का किस्सा: शूटिंग के दौरान प्रेग्नेंट होने का संघर्ष बोलीं, ‘शूटिंग के दौरान प्रेग्नेंट हो गई थी, बेबी बंप छुपाने के लिए क्रू ने काफी मेहनत की थी
जीनत अमान 80 के दशक की पॉपुलर बॉलीवुड एक्ट्रेस हैं। उन्होंने अपने करियर में कई फिल्मों में काम किया है जिनमें 1987 में आई फिल्म ‘डाकू हसीना’ भी शामिल है।
हाल ही में अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में जीनत ने खुलासा किया कि वो इस फिल्म की शूटिंग के दौरान प्रेग्नेंट थीं।
प्रेग्नेंसी में शूटिंग करना था मुश्किल: जीनत
जीनत ने फिल्म ‘डाकू हसीना’ से अपना एक फोटो शेयर किया जिसमें वो ब्लैक आउटफिट में बंदूक थामे नजर आ रही हैं।
उसने इंस्टाग्राम पर इसे शेयर करते हुए कहा, “ये उन आखिरी फिल्मों में से थी जो मैंने फिल्मों से लंबा ब्रेक लेने से पहले की थी।” शूटिंग की शुरुआत में ही मैं प्रेग्नेंट हो गया था और फिल्म खत्म होने तक मैं तीसरे चरण में थी। मेरा असली फीगर खराब हो गया था, इसलिए क्रू ने क्रिएटिव शॉट्स से मुझे छुपाने की कोशिश की।
जीनत ने आगे कहा, ‘फिल्म के कुछ सींस ऐसे थे जिसमें मुझे हॉर्स राइडिंग करनी थी। इन्हें करने से पहले मैं काफी चिंता में पड़ गई थी। मैं अपनी सेफ्टी के लिए नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए चिंतित थी। सौभाग्य से हम इन सींस को बिना किसी परेशानी के शूट करने में सफल हो गए थे।’
जीनत ने ये भी बताया कि फिल्म में उनके पति मजहर खान ने भी कैमियो किया था। फिल्म ‘डाकू हसीना’ के डायरेक्टर अशोक रॉय और प्रोड्यूसर राजीव कौल थे। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी।
जीनत ने दो बार की थी शादी
जीनत अमान की निजी जिंदगी की बात करें, तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने साल 1978 में पहली शादी एक्टर संजय खान से की थी लेकिन एक साल बाद रिश्ता टूट गया। फिर जीनत ने साल 1985 में एक्टर मजहर खान से शादी की, जिससे वह दो बेटों- अजान और जहान की मां बनीं।
जीनत अमान का फिल्मी सफर
जीनत अमान, 80 के दशक की एक मशहूर और बहुमुखी अभिनेत्री, ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी फिल्म ‘डाकू हसीना’ से जुड़ा एक दिलचस्प और संवेदनशील किस्सा साझा किया। 1987 में रिलीज़ हुई इस फिल्म के दौरान जीनत अमान प्रेग्नेंट थीं और उनके बेबी बंप को छुपाने के लिए फिल्म की टीम ने कई तरह की तरकीबें अपनाई थीं। यह कहानी न केवल उनकी प्रोफेशनलिज़्म को दर्शाती है, बल्कि उन चुनौतियों को भी उजागर करती है, जिनका सामना एक अभिनेत्री को करना पड़ता है।
जीनत अमान का फिल्मी करियर बेहद शानदार और प्रेरणादायक रहा है। अपने समय की सबसे ग्लैमरस और टैलेंटेड अभिनेत्रियों में से एक, जीनत ने अपने करियर की शुरुआत 1970 के दशक में की थी। ‘हरे राम हरे कृष्णा’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘कुर्बानी’, और ‘डॉन’ जैसी फिल्मों में उनके किरदार आज भी याद किए जाते हैं। उनके अभिनय में सहजता और आत्मविश्वास था, जिसने उन्हें अपने समकालीनों में अलग पहचान दिलाई।
‘डाकू हसीना’ का अनुभव
1987 में रिलीज हुई फिल्म ‘डाकू हसीना’ में जीनत अमान ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान जीनत प्रेग्नेंट थीं। एक्ट्रेस के अनुसार, “शूटिंग के दौरान मुझे पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूँ। यह समय मेरे लिए बहुत ही संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण था।”
क्रू का समर्पण और मेहनत
जीनत अमान ने बताया कि फिल्म के निर्देशक और क्रू ने बेबी बंप को छुपाने के लिए काफी मेहनत की। उन्होंने कहा, “फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरे बेबी बंप को छुपाने के लिए क्रू ने कई तरह की तरकीबें अपनाईं। कपड़ों का चयन, कैमरा एंगल्स और यहां तक कि प्रॉप्स का इस्तेमाल भी इस तरह किया गया कि मेरा बेबी बंप नजर न आए।”
प्रोफेशनलिज़्म की मिसाल
इस किस्से से यह स्पष्ट होता है कि जीनत अमान ने अपने प्रोफेशनलिज़्म को प्राथमिकता दी और किसी भी परिस्थिति में अपने काम को सर्वोपरि रखा। प्रेग्नेंसी के दौरान भी उन्होंने अपने किरदार को पूरी शिद्दत से निभाया और फिल्म की शूटिंग को बिना किसी रुकावट के पूरा किया।
फिल्म का प्रभाव
‘डाकू हसीना’ को दर्शकों ने सराहा और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छी कमाई की। जीनत अमान के अभिनय की तारीफ हुई और उनके प्रोफेशनलिज़्म को भी लोगों ने सराहा। इस फिल्म ने उनके करियर में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ दिया।
जीनत अमान का प्रेरक व्यक्तित्व
जीनत अमान का यह किस्सा आज की अभिनेत्रियों और आम महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है। यह दर्शाता है कि यदि आप अपने काम के प्रति समर्पित और दृढ़ संकल्पित हैं, तो आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। जीनत का प्रोफेशनलिज़्म, उनका समर्पण और उनकी मेहनत आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
जीनत अमान की निजी जिंदगी
जीनत अमान की निजी जिंदगी भी काफी चर्चाओं में रही है। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हर बार उन्होंने अपने हौसले और आत्मविश्वास से हर चुनौती का सामना किया। उनके जीवन की यह कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान भी अपने करियर को प्रभावित नहीं होने दिया और अपनी मेहनत और लगन से सभी मुश्किलों को पार किया।
आज की पीढ़ी के लिए सबक
आज की पीढ़ी के लिए जीनत अमान की यह कहानी एक महत्वपूर्ण सबक है। यह दर्शाता है कि सफलता और पहचान पाने के लिए मेहनत, समर्पण और प्रोफेशनलिज़्म कितना महत्वपूर्ण है। चाहे कितनी भी कठिन परिस्थितियां क्यों न हों, अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना ही सफलता की कुंजी है।
जीनत अमान का यह किस्सा हमें यह सिखाता है कि किसी भी पेशे में सफल होने के लिए कितनी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है। ‘डाकू हसीना’ की शूटिंग के दौरान उनके द्वारा किए गए संघर्ष और प्रोफेशनलिज़्म ने उन्हें आज भी बॉलीवुड की सबसे सम्मानीय और प्रेरणादायक अभिनेत्रियों में से एक बना दिया है। उनके जीवन की यह कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनी रहेगी।