जितिया व्रत विशेष: मड़ुवे के आटे का हलवा

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जितिया व्रत विशेष रूप से माताओं द्वारा अपने बच्चों की रक्षा और कल्याण के लिए किया जाता है। इस कठिन व्रत में मांएं निर्जला उपवास रखती हैं, जो न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि अपने संतान के लिए उनकी प्रगति की कामना भी करती हैं। इस व्रत में मड़ुवे के आटे का हलवा एक खास व्यंजन होता है, जो न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण के मामले में भी अद्वितीय है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे आप मड़ुवे के आटे का हलवा बना सकते हैं और इसके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं।

जितिया व्रत
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मड़ुवा के आटे का महत्व

जितिया व्रत , मड़ुवा जिसे रागी या मंडुआ भी कहा जाता है, एक बेहद पौष्टिक अनाज है। इसके फायदे अनेक हैं:

  • कैल्शियम से भरपूर: मड़ुवा के आटे में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाता है।
  • पाचन में मदद: इसमें उच्च फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो पेट की समस्याओं जैसे कब्ज और गैस से राहत दिलाने में सहायक है।
  • डायबिटीज के लिए फायदेमंद: मड़ुवा का आटा शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है।

मड़ुवे के आटे का हलवा बनाने की सामग्री

इस पौष्टिक हलवे को बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:

  • घी: 2-3 चम्मच
  • मड़ुवा का आटा: 1 कटोरी
  • चीनी: 1 छोटी कटोरी
  • पानी: आवश्यकतानुसार
  • ड्राई फ्रूट्स (वैकल्पिक): किशमिश, पिस्ता, काजू, बादाम आदि
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हलवा बनाने की विधि

मड़ुवे के आटे का हलवा बनाना बेहद आसान है। बस कुछ साधारण चरणों का पालन करें:

चरण 1: तैयारी

  • सबसे पहले, एक कढ़ाई को गैस पर रखें और उसमें 2-3 चम्मच घी डालें।
  • घी को अच्छे से गर्म करें।

चरण 2: भूने

  • अब इसमें मड़ुवा का आटा डालें।
  • तेज आंच पर इसे अच्छे से भूनें, जब तक इसका रंग हल्का भूरा न हो जाए। यह प्रक्रिया हलवे में सुगंध और स्वाद जोड़ने में मदद करती है।

चरण 3: चीनी मिलाना

  • जब आटा भुन जाए, तो आंच कम करें और इसमें चीनी डालें।
  • अच्छी तरह से मिलाएं ताकि चीनी अच्छे से घुल जाए।

चरण 4: पानी मिलाना

  • अब इसमें आवश्यकतानुसार पानी डालें।
  • इसे अच्छे से पकाएं जब तक पानी पूरी तरह से सूख न जाए।

चरण 5: अंतिम चरण

  • जब पानी सूख जाए, तो एक और बड़ा चम्मच घी डालें और हलवे को अच्छे से चलाएं।
  • यदि आप चाहें, तो इसमें ड्राई फ्रूट्स भी मिला सकते हैं। यह न केवल स्वाद को बढ़ाएगा, बल्कि पोषण में भी इजाफा करेगा।

चरण 6: परोसना

  • आपका पौष्टिक मड़ुवे का हलवा तैयार है। इसे गर्मागर्म परोसें और परिवार के साथ इसका आनंद लें।
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मड़ुवा के आटे का हलवा: स्वास्थ्य लाभ

  1. ऊर्जा का स्रोत: मड़ुवे का हलवा ऊर्जा से भरपूर होता है, जो आपको पूरे दिन ताजगी और ऊर्जा प्रदान करता है।
  2. वजन प्रबंधन: इसका उच्च फाइबर सामग्री आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है, जिससे अनावश्यक खाने की इच्छा कम होती है।
  3. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना: मड़ुवा में मौजूद पोषक तत्व आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करते हैं।

जितिया व्रत में मड़ुवे के आटे का हलवा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। इसके विभिन्न पोषण लाभ इसे विशेष बनाते हैं। इस हलवे को बनाकर आप न केवल अपने परिवार को एक पौष्टिक व्यंजन परोसेंगी, बल्कि अपने बच्चों की लंबी उम्र और स्वास्थ्य की कामना भी करेंगी।

तो, इस जितिया व्रत पर मड़ुवे के आटे का हलवा अवश्य बनाएं और अपने प्रियजनों के साथ इसका आनंद लें। स्वस्थ रहें, खुश रहें!

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