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khaskhabar.com: गुरुवार, 22 अक्टूबर, 2020 9:08 अपराह्न
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव को
लेकर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा जारी घोषणा पत्र में
कोरोना वैक्सिन के मुफ्त टीकाकरण का वादा करना विरोधियों को रास नहीं आ रहा
है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने घोषणा पत्र में कहा कि कोरोना का टीका
भाजपा का नहीं पूरे देश का है।
इधर, भाजपा ने भी राजद पर बेवजह परेशान होने की बात कही। भाजपा के घोषणा
पत्र राजद और कांग्रेस ने आलोचना की है।
राजद के अधिकारिक ट्विटर
हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका
का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के
अलावा कोई विकल्प नहीं है। बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने
बच्चों का भविष्य नहीं बेचते।
इधर राजद के नेता और महागठबंधन के
मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा
घोषित बिहार पैकेज को लेकर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के पास कोई
चेहरा नहीं है।
इधर, भजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने राजद
के टीकाकरण वादे की आलोचना करने पर पलटवार करते हुए कहा, भाजपा भी मानती है
कि टीका पूरे देश का है। लेकिन हमने देश का संकल्प अपने संकल्प में व्यक्त
किया है, तो तेजस्वी यादव को किसी प्रकार की चिढ़ और परेशानी क्यों हो रही
है।
तेजस्वी ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट जारी करने के लिए केंद्र से
वित्त मंत्री को आना पड़ा। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री सीतारमण को पहले
बताना चाहिए कि उन्होंने बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा अब
तक क्यों नहीं दिया।
इधर, कांग्रेस के रणदीप सूरजेवाला ने भी भाजपा
के घोषणा पत्र को लेकर प्रश्न उठाया है। उन्होंने नौकरी देने के भाजपा के
संकल्पपत्र के वादे पर तंज करते हुए कहा कि सुशील मोदी-नीतीश कुमार कहते
हैं नौकरी के लिए पैसा है ही नहीं और नौकरियां देने के लिए 58,000 करोड़
रुपये चाहिये, तब फिर इतने लोगों को रोजगार कहां से देंगे?
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में 19 लाख लोगों को रोजगार देने और कोरोना वैक्सिन का मुफ्त टीकाकरण का वादा किया है।
–आईएएनएस
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