कृति सेनन: बॉलीवुड की दुनिया में, जहां सितारे चमकते हैं और हसीनाएं झिलमिलाती हैं, वहां कई बार एक्ट्रेसेस को अपने को-स्टार्स के नाम से ही पहचाना जाता है। यह एक पुरानी प्रथा है, जहां महिलाएं अक्सर अपने पुरुष सह-कलाकारों के साथ जुड़ी होती हैं। हाल ही में, टॉप एक्ट्रेस और नेशनल अवार्ड विनर कृति सेनन ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और अपने करियर की यात्रा के दौरान उठाए गए कदमों के बारे में खुलकर बात की।
शुरुआत में टाइगर श्रॉफ की ‘हीरोइन’ का टैग
कृति सेनन ने 2014 में फिल्म ‘हीरोपंति’ से बॉलीवुड में कदम रखा, और इसी फिल्म के साथ उन्हें टाइगर श्रॉफ के नाम से जोड़ा गया। कृति ने बताया कि कैसे इंडस्ट्री में उनके आने के बाद, उन्हें ‘टाइगर श्रॉफ की एक्ट्रेस’ के तौर पर पहचाना जाने लगा। यह बात उनके लिए चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि वह चाहती थीं कि उन्हें उनके नाम से जाना जाए, न कि किसी अन्य के द्वारा।
फिल्मी परिवार का अभाव
कृति ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह फिल्मी परिवार से नहीं आतीं और इस वजह से उन्हें अपने आप को साबित करने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने साझा किया कि एक डायरेक्टर के बच्चे भी उन्हें टाइगर श्रॉफ के नाम से बुलाते थे, जिससे उन्हें यह अहसास हुआ कि उन्हें अपनी पहचान बनाने में काफी मेहनत करनी होगी।
दर्शकों की मानसिकता
कृति का कहना है कि दर्शकों ने उन्हें टाइगर श्रॉफ की एक्ट्रेस के रूप में लेबल कर दिया था, जो उनके लिए एक चुनौती थी। उन्होंने कहा, “लोग मुझे उस एक्ट्रेस के तौर पर पहचानते थे जो टाइगर श्रॉफ की फिल्म ‘हीरोपंती’ में दिखी थी।” इस लेबलिंग ने कृति को खुद को साबित करने का एक नया अवसर दिया।
एक और नाम: ‘टाइगर दीदी’
कृति ने यह भी बताया कि फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ की डायरेक्टर अश्विनी अय्यर तिवारी के बच्चे उन्हें ‘टाइगर दीदी’ के नाम से बुलाते थे। यह सुनकर कृति को एहसास हुआ कि उन्हें अपनी पहचान को एक अलग दिशा में ले जाना होगा।
फिल्म इंडस्ट्री में चुनौतीपूर्ण यात्रा
कृति ने अपने डेब्यू फिल्म ‘हीरोपंति’ के बारे में बात करते हुए कहा कि मेकर्स ने उन्हें न्यूकमर के तौर पर ट्रीट किया। “मुझे फिल्मों में पहला ब्रेक हासिल करने में ज्यादा समय नहीं लगा। इसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं। मेकर्स ‘हीरोपंति’ को एक ऐसी फिल्म समझते थे जिससे वो दो अन्य चेहरों को लॉन्च कर रहे थे,” कृति ने कहा।
अपने नाम को चमकाना
हालांकि, कृति सेनन ने अपनी पहली फिल्म में शानदार प्रदर्शन किया और दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना ली। उनके गाने और अदाकारी ने उन्हें बॉलीवुड की नई जीनरेशन के लिए एक पहचान दी। कृति ने बताया कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में खुद को साबित करने का पूरा मौका मिला था।
अब एक अलग पहचान
आज कृति सेनन सिर्फ टाइगर श्रॉफ की हीरोइन नहीं हैं, बल्कि एक स्थापित एक्ट्रेस हैं। उनकी हालिया फिल्म ‘स्त्री 2’ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है, और वह अब नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘दो पत्ती’ में शाहीर शेख के साथ नजर आएंगी। कृति ने अपनी मेहनत और संघर्ष से खुद को एक सफल एक्ट्रेस के रूप में स्थापित किया है।
समर्थन और प्रेरणा
कृति का यह सफर सभी नई अभिनेत्रियों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने साबित किया है कि अगर आपमें टैलेंट है और आप मेहनत करने के लिए तैयार हैं, तो कोई भी बाधा आपको सफल होने से रोक नहीं सकती।
भविष्य की योजनाएं
कृति सेनन की आगामी फिल्में दर्शकों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आ रही हैं। वह न केवल एक बेहतरीन अदाकारा हैं, बल्कि एक मजबूत और स्वतंत्र महिला भी हैं, जो अपनी पहचान को खुद बनाना जानती हैं।
निष्कर्ष: अपनी पहचान की तलाश
कृति सेनन की कहानी हमें यह सिखाती है कि किसी भी इंडस्ट्री में अपने लिए एक अलग पहचान बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर जब आप फिल्मी बैकग्राउंड से न हों। लेकिन मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास से यह संभव है। कृति ने यह साबित किया है कि अपने टैलेंट और संघर्ष के दम पर आप किसी भी लेबल को तोड़ सकते हैं और अपनी पहचान बना सकते हैं।
उनकी कहानी एक प्रेरणा है कि हम सबको अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करनी चाहिए और कभी हार नहीं माननी चाहिए। कृति सेनन का सफर इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि असली पहचान हमेशा आपके टैलेंट और मेहनत से बनती है, न कि किसी और के नाम से।
कृति सेनन: अपनी पहचान को गढ़ने की प्रेरक कहानीhttp://कृति सेनन: अपनी पहचान को गढ़ने की प्रेरक कहानी