आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन शॉपिंग एक आम बात बन गई है। सभी उम्र के लोग इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना चुके हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक मेगास्टार जैसे अमिताभ बच्चन, जो लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, भी इस तकनीक में महारत हासिल नहीं कर पाए हैं? हाल ही में, एक टीवी शो के दौरान, उन्होंने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग करना चुनौतीपूर्ण लगता है।

बिग बी का डिजिटल सफर
अमिताभ बच्चन का करियर एक ऐसे दौर में शुरू हुआ जब तकनीक का विकास अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में था। फिल्मों में अपने दमदार अभिनय के लिए जाने जाने वाले बिग बी अब अपने दर्शकों को यह बताने में संकोच नहीं करते कि वे ऑनलाइन शॉपिंग में कितना संघर्ष करते हैं। अपने जीवन के इस पहलू को साझा करते हुए, उन्होंने यह स्वीकार किया कि जब अधिकांश लोग ऑनलाइन खरीदारी में निपुण हो चुके हैं, वह अब भी इस प्रक्रिया को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं।
श्रावणी से बातचीत
शो में श्रावणी नाम की एक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी ने बच्चन के साथ अपने अनुभव साझा किए। उनके परिवार का बच्चन के प्रति अपार प्रेम और उनकी मां द्वारा “कौन बनेगा करोड़पति” में भाग लेने की कोशिशों की कहानी सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। इस बातचीत में, बिग बी ने अपनी ऑनलाइन शॉपिंग की दुविधाओं का खुलासा किया, जो कि दर्शकों के लिए एक नया अनुभव था।
ऑनलाइन शॉपिंग का संघर्ष
अमिताभ बच्चन ने अपने अनुभव में बताया कि कैसे उन्हें ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) का उपयोग करने में परेशानी होती है। वे कहते हैं, “क्या आपको वह कोड पता है जो आपके फोन पर आता है, जिसे आपको डिलीवरी के वक्त देना पड़ता है?” इस सरल सवाल के पीछे एक गहरा अर्थ छिपा है। जब उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना नंबर देने से परहेज किया क्योंकि इससे परेशानी हो सकती है, तो यह स्पष्ट होता है कि डिजिटल दुनिया में उनकी संकोचता कितनी गहरी है।

सहायता की जरूरत
चूंकि ऑनलाइन शॉपिंग उनके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही थी, उन्होंने अपने घरेलू सहायक का नंबर देने का फैसला किया। यह एक दिलचस्प मोड़ था, जिसने यह दर्शाया कि कैसे एक सुपरस्टार को भी साधारण चीजों के लिए सहायता की जरूरत होती है। “जब मैं शूटिंग के बाद घर लौटता हूं, तो अक्सर आधी रात हो जाती है। अगर मुझे उस समय कुछ खरीदना होता है, तो मैं क्या कर सकता हूं?” इस सवाल ने इस तथ्य को उजागर किया कि भले ही बच्चन एक सितारे हैं, लेकिन वे भी सामान्य लोगों की तरह ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
सहायक की भूमिका
उनके घरेलू सहायक ने न केवल उन्हें ऑनलाइन खरीदारी करना सिखाया, बल्कि उनके लिए यह सुनिश्चित किया कि ओटीपी के लिए फोन हमेशा उनके पास हो। “वह अपना फोन मेरे पास एक बॉक्स में छोड़ देता है, ताकि अगर मुझे ओटीपी देना पड़े तो सहूलियत हो!” यह दर्शाता है कि कैसे एक साधारण सी सहायता भी एक बड़े सितारे के जीवन में बदलाव ला सकती है।

आत्म-स्वीकृति
अमिताभ बच्चन ने अपनी समस्या का हल खोजने के बाद, हंसते हुए कहा कि वह धीरे-धीरे ऑनलाइन शॉपिंग को समझने लगे हैं, लेकिन अभी भी माहिर नहीं बन पाए हैं। “मैंने उस फोन का यूज नहीं किया है क्योंकि मैंने कुछ भी नहीं खरीदा है!” उनका यह बयान यह दर्शाता है कि तकनीक के प्रति उनका दृष्टिकोण कितना विनम्र और सरल है।
अमिताभ बच्चन का यह अनुभव हमें यह सिखाता है कि चाहे हम कितने भी सफल क्यों न हों, कुछ चीजें हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं। ऑनलाइन शॉपिंग की जटिलताओं से जूझते हुए, बिग बी ने हमें यह एहसास दिलाया कि सीखना और संघर्ष करना जीवन का एक हिस्सा है।
वे एक सच्चे सुपरस्टार हैं, न केवल अपनी फिल्मों के लिए, बल्कि अपनी ईमानदारी और सामान्यता के लिए भी। आज के समय में, जहां डिजिटल दुनिया ने हमें एक नई पहचान दी है, अमिताभ बच्चन का यह अनुभव हमें प्रेरित करता है कि हम कभी भी अपने असफलताओं को छिपाने के बजाय उन्हें साझा करें।
हम सभी को याद रखना चाहिए कि सीखने की प्रक्रिया कभी खत्म नहीं होती। चाहे वह अमिताभ बच्चन जैसे मेगास्टार हों या आम लोग, हमें हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करनी चाहिए। इस तरह, हम न केवल खुद को बेहतर बनाएंगे, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बनेंगे।