एक दिन पहले घर में हिंसा हुई जगन मोहन ने कहा कि चंद्रबाबू ने तानाशाह की तरह व्यवहार किया है।
राज्य सरकार ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की पार्टी का निर्माणाधीन ऑफिस बुलडोजर से गिरा दिया है। आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (CRDA) ने शनिवार सुबह 5:30 बजे ऐसा किया। 9,365 वर्ग फीट का यह कार्यालय गुंटूर के तड़ेपल्ली में बनाया जा रहा था।
इस कार्रवाई का समय बहुत चर्चा में है। दरअसल, सितंबर 2023 में, जगनमोहन रेड् डी CM और YSRCP की सरकार में, TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को सुबह 6 बजे उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। भ्रष्टाचार के आरोप में सीआईडी ने चंद्रबाबू को गिरफ्तार किया था। 5:30 बजे YSRCP का कार्यालय भी तोड़ा गया था।
हैदराबाद महानगर निगम (GHMC) ने पहले ही रेड्डी के लोटस पॉन्ड आवास से लगे फुटपाथ पर अवैध निर्माण को गिरा दिया था। सुरक्षाकर्मी इसका उपयोग कर रहे थे। इसके अलावा, YSRCP को विशाखापत्तनम कार्यालय में अवैध निर्माण का एक अतिरिक्त नोटिस मिला है। यह कार्रवाई रेड्डी के आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के महज 10 दिन बाद हुई।
YSRCP प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री और TDP सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने बदले की राजनीति की है। वे अत्याचारी व्यवहार कर रहे हैं।
YSRCP बोली- सरकार ने हाईकोर्ट का निर्देश भी नहीं माना
YSRCP ने राज्य सरकार की कार्रवाई पर कहा कि कार्यालय को तोड़ने से पहले स्लैब लगाने की योजना बनाई जा रही थी। तेलंगाना हाईकोर्ट ने किसी भी प्रकार की हिंसा की कोशिश पर रोक लगा दी है। पार्टी की लीगल टीम ने CRDA कमिश्नर को इस सूचना दी। CRDA ने इस आदेश को नहीं मान लिया है।
सरकार के गठन के बाद, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने पूर्व प्रधानमंत्री और YSRCP प्रेसिडेंट जगन मोहन रेड्डी पर सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। TDP के अनुसार, जगन ने विशाखापट्टनम में रुशिकोंडा पहाड़ी पर एक सुंदर सी-फेसिंग रिसॉर्ट बनाया है। जनता ने इसमें पांच सौ करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
हालांकि YSRCP ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि यह बिल्डिंग सरकार की है। इस रिसॉर्ट को टूरिज्म प्रोजेक्टर के तौर पर आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने बनाया है। इसके लिए केंद्र सरकार से मई 2021 में कोस्टल रेगुलेटरी जोन की मंजूरी ली गई थी। पढ़ें पूरीखबर…
सितंबर 2023 में चंद्रबाबू नायडू को सुबह 6 बजे CID ने उनके घर से गिरफ्तार किया था
सितंबर 2023 में चंद्रबाबू नायडू को स्किल डेवलपमेंट स्कैम में नंदयाल शहर से गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त सुबह के 6 बजे थे। आपराधिक जांच विभाग (CID) ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। मामला लगभग 371 करोड़ रुपए के घोटाले से जुड़ा था।
नंदयाल जिला पुलिस, कुर्नूल रेंज DIG रघुरामी रेड् डी की अगुआई में CID अधिकारी तड़के 3 बजे उस कैंप साइट पर पहुंचे। 9 दिसंबर 2021 को CBI ने स्किल डेवलपमेंट घोटाले का मुकदमा दर्ज किया था। 25 लोगों को इसमें आरोपी बनाया गया था। नायडू का नाम इस FIR में नहीं था।
इस साल मार्च में CID ने स्किल डेवलपमेंट घोटाले की जांच शुरू की थी। CID ने दावा किया था कि जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनके आधार पर चंद्रबाबू को गिरफ्तार किया गया।
नायडू के खिलाफ पांच अलग-अलग मामलों में जांच चल रही है
आंध्र प्रदेश की जांच एजेंसियां नायडू के खिलाफ पांच अलग-अलग मामलों में जांच कर रही हैं। 20 नवंबर 2023 को, स्किल डेवलपमेंट घोटाले में हाईकोर्ट ने उन्हें रेगुलर बेल दी थी। आंध्र प्रदेश सरकार ने फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील करके हाईकोर्ट का निर्णय रद्द करने की मांग की। जुलाई 2024 में सुप्रीम कोर्ट इसकी सुनवाई करेगा।