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गंगाजल की महिमा का गुणगान किसी से छिपा नहीं है। हिन्दू धर्म ही नहीं
बल्कि दुनिया के सभी धर्मो में माता गंगा का महत्त्वपूर्ण स्थान है। गंगा
की महिमा युगों युगों से चली आ रही है। इसके जल को अमृत की संज्ञा दी गई।
आज भी हरिद्वार के गंगाजल को लेने के लिए देश दुनिया से श्रद्धालु पहुँचते
है। सर्वमान्य तथ्य है कि युगों पहले भागीरथ जी गंगा की धारा को पृथ्वी पर
लाये थे, भागीरथ जी गंगा की धरा को हिमालय के जिस मार्ग से लेकर मैदान में
आए वह मार्ग जीवनदायनी दिव्य औषधियों व वनस्पतियों से भरा हुआ है। इस कारण
भी गंगा जल को अमृततुल्य माना जाता है। इसके कुछ टोटकों के जरिए धन सहित
अन्य कई समस्याओं से निजात पाई जा सकती है।
भगवान सदा शिव को गंगाजल चढ़ाने से वे अति प्रसन्न होते हैं । इससे इंसान को मोक्ष और शुभ लाभ दोनों ही मिलते हैं।
पुराना
धन प्राप्ति के साथ अच्छा व्यवसाय और बेहतरीन नौकरी के लिए भगवान शिव को
बिल्वपत्र कमल और गंगाजल चढ़ाएं। आपके पौ बारह पच्चीस यानी हर तरह की
सम्पन्नता आने लगेगी।
यदि आपके ऊपर कर्ज अधिक हो गया है या घर में
परेशानियां ही परेशानियां हो तो आप गंगाजल को पीतल की बोतल में भरें और उसे
अपने घर के कमरे में उत्तर पूर्व दिशा में रख दें। इससे आपकी समस्या हल हो
जाएगी।
पुराणों के अनुसार गंगाजल को हमेशा घर पर रखने से सुख और संपदा बनी रहती है। इसलिए एक पात्र में हमेशा गंगाजल भरकर रखें।
घर
पर यदि वास्तुदोष है और आप उससे परेशान रहते हों तो अपने घर में नियमित
गंगाजल का छिड़काव करें। ऐसा नियमित करने से वास्तु दोष का प्रभाव खत्म हो
जाता है और घर पर सकारात्मक ऊर्जा आती है।
यदि रात को डरवाने सपने आते हों तो हमेशा सोने से पहले बिस्तर पर गंगाजल का
छिड़काव कर दें। ऐसा करने से डरवाने सपने इंसान को परेशान नहीं करते हैं।
तरक्की और सफलता पाने के लिए गंगाजल को हमेशा अपने पूजा स्थल और किचन में रखें।
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