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विद्यार्थियों में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना स्वस्थ भारत के लिए जरूरी : डॉ. रमेश कासवान

विद्यार्थियों में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना स्वस्थ भारत के लिए जरूरी : डॉ. रमेश कासवान
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में एमबीए बिजनेस एनालिटिक्स के विद्यार्थियों द्वारा ‘ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता वार्ता’ कार्यक्रम का आयोजन प्रो. खजान सिंह एवं डॉ. अंजली गुप्ता के दिशा निर्देशन में किया गया। वार्ता में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं ओपी जिंदल हॉस्पिटल कैंसर एंड रिसर्च के ऑंकोलॉजिस्ट (कैंसर विशेषज्ञ) डॉक्टर रमेश कासवान ने विद्यार्थियों को कैंसर के विषय में बताया कि यह किस प्रकार होता है। इसका क्या उपचार उपलब्ध है, इसकी जांच कैसे की जा सकती है, इसके विभिन्न प्रकार क्या हैं।
मुख्य वक्ता डॉ. रमेश कासवान ने बताया कि कि भारत में हर 30 में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित है। ब्रेस्ट कैंसर केवल महिलाओं में ही नहीं, बल्कि पुरुषों में भी पाया जाता है। हालांकि संख्या कम होती है पर यह ज्यादा घातक होता है। ब्रेस्ट कैंसर का तीसरी स्टेज तक इलाज संभव है और अब तो कोसमेटिक सर्जरी के द्वारा पता भी नहीं लगता की सर्जरी हुई है। कैंसर होने के कुछ मुख्य कारण मोटापा, 30 की उम्र के बाद गर्भधारण करना, स्तनपान न करवाना व बदलता खानपान हैं। डॉ. रमेश कासवान ने बताया कि 25-40 वर्ष की महिलाओं को आत्म परीक्षण करना चाहिए। 40 वर्ष के बाद समय-समय पर मेमोग्राफी करवानी चाहिए। समय पर जांच हो जाने के कारण अब मृत्युदर 5-6 प्रतिशत ही रह गई है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. वी.के. बिश्नोई ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि प्रबंधन विभाग में ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता है। इस प्रकार के कार्यक्रम वातावरण में हो रहे बदलावों को समझने व विपणन प्रबंधन में भी सहायक होते हैं। उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद में हुए सर्वाइकल कैंसर के विषय पर हुई शोध से अवगत कराया तथा विद्यार्थियों को बताया कि आपको चहुंदिशी ज्ञान होना चाहिए।
एचएसबी के निदेशक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने सभी को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में 150 से अधिक विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया व इस विषय पर नई जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को अपनी स्वास्थ्य के प्रति अति संवेदनशील रहना चाहिए व विशेषज्ञों द्वारा दिए गए मार्गदर्शन का अनुसरण करना चाहिए ताकि एक नए स्वस्थ भारत के निर्माण की और विद्यार्थियों की सकारात्मक व संरचनात्मक भूमिका सुनिश्चित की जा सके।
स्टूडेंट एक्टिविटी कोऑर्डिनेटर डॉ. दलबीर ने बताया कि कार्यक्रम के संयोजन में मोक्षिता, प्रिया, बलराज, विकास, पवन, अल्केश व अजय की अहम भूमिका रही।