पैसेंजर की कमर ने खोली सच की परतें, किस्तों में सामने आए सोने के बुरादे
मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट हमेशा से ही तस्करी की गतिविधियों का केंद्र रहा है, लेकिन हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसने सबको चौंका दिया। 20-21 सितंबर की रात, दुबई से आई एक फ्लाइट के बाद एक पैसेंजर की कमर को देखकर कस्टम अफसरों ने उसकी जांच करने का निर्णय लिया, जिसके परिणामस्वरूप 12 सोने के बार बरामद हुए। यह मामला न केवल एयरपोर्ट पर तस्करी के प्रयासों की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे पैसेंजर अपने आप को छिपाने की कोशिश करते हैं।
संदिग्ध पैसेंजर की खोज
जब कस्टम प्रिवेंटिव के अधिकारी ने पैसेंजर की कमर पर नजर डाली, तो उन्होंने तुरंत उसे रोक लिया। अधिकारी को पैसेंजर की चाल और उसके कमर पर दिख रहे विशेष उभार में कुछ गड़बड़ दिखाई दी। उन्होंने उससे सवाल किया कि क्या उसके पास डिक्लेयर करने के लिए कोई सामान है, जिस पर पैसेंजर ने ना में सिर हिलाया। यह जवाब अधिकारियों के लिए संदिग्ध था और उन्होंने उसे तलाशी के लिए अलग ले जाने का निर्णय लिया।
12 सोने के बार की बरामदगी
तलाशी के दौरान, पैसेंजर के पास से 12 गोल्ड बार बरामद किए गए, जिनका कुल वजन करीब 1400 ग्राम और कीमत लगभग 97 लाख रुपए आंकी गई। पैसेंजर ने इन सोने के बार को अपनी पैंट की बेल्ट वाली जगह में छिपा रखा था, जिसे देखकर अधिकारियों की आंखें फटी रह गईं। पूछताछ के दौरान, पैसेंजर ने बताया कि उसके साथ फ्लाइट में एक अन्य पैसेंजर ने उसे ऐसा करने के लिए प्रेरित किया था। इसके परिणामस्वरूप कस्टम अधिकारियों ने दूसरे पैसेंजर को भी गिरफ्तार कर लिया।
दूसरा मामला: हांगकांग से आए पैसेंजर की गिरफ्तारी
मुंबई एयरपोर्ट पर तस्करों के खिलाफ अभियान यहीं खत्म नहीं हुआ। एक अन्य मामले में, कस्टम की एयर प्रिवेंटिव टीम ने हांगकांग से आए एक पैसेंजर को जांच के लिए रोका। इस पैसेंजर के पास से 24 कैरेट के क्रूड गोल्ड कड़े बरामद हुए, जिनका वजन करीब 886 ग्राम और कीमत 61,38,864 रुपए थी। इसके अलावा, उसके पास से एक रोलेक्स वॉच और एक प्राकृतिक हीरा भी बरामद किया गया, जिनकी कीमत क्रमशः 13,70,520 रुपए और 1,54,18,575 रुपए थी।
एयरपोर्ट पर सुरक्षा का महत्व
इस प्रकार की घटनाएं एयरपोर्ट पर सुरक्षा के महत्व को फिर से उजागर करती हैं। कस्टम अधिकारियों की सख्ती और पैसेंजरों पर पैनी नज़र रखना आवश्यक है ताकि तस्करी के प्रयासों को नाकाम किया जा सके। अधिकारियों ने अपनी तत्परता और जागरूकता से न केवल देश के आर्थिक हितों की रक्षा की, बल्कि अवैध गतिविधियों को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुंबई एयरपोर्ट पर हाल की घटनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि तस्करी के प्रयास लगातार जारी हैं, लेकिन इसके खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की सजगता और तत्परता आवश्यक है। पैसेंजरों को यह समझना चाहिए कि तस्करी के प्रयास केवल उन्हें ही नहीं, बल्कि पूरे देश को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सही और सुरक्षित तरीके से यात्रा करना ही सबसे अच्छा विकल्प है, ताकि कानून का पालन किया जा सके और किसी भी अनजानी समस्या से बचा जा सके।
इस प्रकार की घटनाएं केवल एक चेतावनी नहीं, बल्कि जागरूकता का माध्यम भी हैं। हमें हमेशा सजग रहना चाहिए और ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यवहार को देखकर तुरंत अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।