भारत के प्रॉपर्टी बाजार में रिकॉर्ड निवेश: 11000 करोड़ के 25 बड़े सौदे और 6 साल का सबसे बड़ा बूम

0

भारत के प्रॉपर्टी बाजार में एक बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है, जिससे यह क्षेत्र निवेशकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है। 2024 में रियल एस्टेट सेक्टर ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। साल के पहले 9 महीनों में इक्विटी निवेश का कुल आंकड़ा 8.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो कि पिछले साल की तुलना में 46% अधिक है। यह उछाल 2018 के बाद से इस सेक्टर में उच्चतम इक्विटी निवेश स्तर को दर्शाता है। खास बात यह है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में जुलाई से सितंबर 2024 के बीच कुल 1.4 बिलियन डॉलर के 25 बड़े सौदे हुए, जो 6 साल में सबसे बड़ी निवेश गतिविधि मानी जा रही है।

भारत के प्रॉपर्टी बाजार में रिकॉर्ड निवेश: 11000 करोड़ के 25 बड़े सौदे और 6 साल का सबसे बड़ा बूम
https://thenationtimes.in/wp-content/uploads/2024/10/image-1204.png

रियल एस्टेट में निवेश की बाढ़

रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई साउथ एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के पहले 9 महीनों में रियल एस्टेट में हुए निवेश ने 2018 के बाद के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह न केवल भारतीय रियल एस्टेट के लिए बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर अब वैश्विक मानचित्र पर एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में उभर रहा है, और इस क्षेत्र में बड़े संस्थागत निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है।

साल-दर-साल निवेश में यह वृद्धि रियल एस्टेट क्षेत्र में विश्वास को दर्शाती है। भारत में शहरीकरण की तेज गति, बढ़ती जनसंख्या, और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास ने इस क्षेत्र को एक मजबूत निवेश अवसर के रूप में प्रस्तुत किया है।

2024 की तीसरी तिमाही: बड़े सौदों की बहार

2024 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट बाजार ने 1.4 अरब डॉलर के 25 बड़े सौदों का गवाह बना। इस तिमाही में संपन्न हुए सौदे मुख्य रूप से डेवलपर्स द्वारा लाए गए पात्र संस्थागत नियोजन (Qualified Institutional Placement – QIP) के जरिए हुए।

कंसल्टिंग फर्म ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट ‘रियल एस्टेट/रीट डीलट्रैकर- प्रोवाइडिंग एमएंडए एंड पीई डील इनसाइट’ में बताया गया है कि इन सौदों की संख्या 2024 की दूसरी तिमाही के मुकाबले सबसे अधिक थी। इसका मतलब यह है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।

image 1205

QIP के जरिये प्रमुख निवेश

रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश की सबसे बड़ी मात्रा QIP एक्टिविटी के जरिये आई। QIP (Qualified Institutional Placement) एक प्रक्रिया है, जिसके तहत कंपनियां बड़े संस्थागत निवेशकों से पूंजी जुटाती हैं। इस निवेश मॉडल के जरिए रियल एस्टेट सेक्टर ने बड़ी रकम जुटाई, जिससे निवेश की गतिविधियों में तेजी आई।

रिपोर्ट के मुताबिक, रेसिडेंशियल और कमर्शियल सेक्टर में भी निजी इक्विटी फाइनेंस और रियल एस्टेट टेक्नोलॉजी कंपनियों में निवेश देखा गया। कुल मिलाकर, इस तिमाही में 25 सौदे हुए, जिनमें से अधिकांश सौदे QIP, विलय और अधिग्रहण (M&A), और निजी इक्विटी फाइनेंस से जुड़े थे।

विलय और अधिग्रहण में बढ़ोतरी

2024 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट क्षेत्र में विलय और अधिग्रहण (M&A) की गतिविधियों में भी वृद्धि देखी गई। इस अवधि के दौरान 8 बड़े सौदों में 5.1 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ। इसके साथ ही, निजी इक्विटी (PE) और वेंचर कैपिटल (VC) निवेश के तहत 12 सौदे हुए, जिनका कुल मूल्य 40.1 करोड़ डॉलर रहा।

हालांकि, निजी इक्विटी वित्तपोषण में सौदा मूल्य में गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तिमाही में जहां यह आंकड़ा 1.4 अरब डॉलर था, वहीं तीसरी तिमाही में यह घटकर 40 करोड़ डॉलर रह गया। इसके बावजूद, निवेश की मात्रा स्थिर रही, जो यह दर्शाता है कि छोटे और अधिक लक्षित निवेशों में रुचि बनी हुई है।

भारतीय रियल एस्टेट में बढ़ती वैश्विक रुचि

भारत का रियल एस्टेट बाजार अब वैश्विक निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। 2024 में, वैश्विक निवेशकों ने भारतीय रियल एस्टेट में बड़ा निवेश किया है, खासकर QIP और निजी इक्विटी सौदों के जरिये। इसका मुख्य कारण यह है कि भारत का रियल एस्टेट बाजार एक स्थिर और तेजी से विकसित हो रहा बाजार है, जहां मुनाफे की संभावनाएं अधिक हैं।

आईपीओ और QIP की भूमिका

सितंबर 2024 की तिमाही में रियल एस्टेट क्षेत्र में पूंजी बाजार की गतिविधियों में भी तेजी देखी गई। इस अवधि में कुल 4.9 करोड़ डॉलर का एक आईपीओ (Initial Public Offering) और 94 करोड़ डॉलर के चार QIP आए। ये गतिविधियां यह संकेत देती हैं कि भारतीय रियल एस्टेट बाजार न केवल घरेलू बल्कि अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के लिए भी आकर्षक बनता जा रहा है।

मेट्रो शहरों में प्रमुख विकास

रिपोर्ट्स से यह भी पता चलता है कि भारत के प्रमुख मेट्रो शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, और हैदराबाद रियल एस्टेट निवेश के हॉटस्पॉट बने हुए हैं। इन शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही, कई नई योजनाओं और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के कारण भी निवेश में बढ़ोतरी हुई है।

image 1206

रियल एस्टेट टेक्नोलॉजी में उभरते अवसर

रियल एस्टेट टेक्नोलॉजी कंपनियों में भी निवेश में उछाल देखने को मिला है। प्रोपटेक (PropTech) सेक्टर, जो तकनीकी नवाचारों के माध्यम से रियल एस्टेट की प्रक्रियाओं को सरल और तेज बनाता है, निवेशकों के लिए एक नया आकर्षण बनता जा रहा है। इस क्षेत्र में निवेशकों की बढ़ती रुचि से यह स्पष्ट है कि प्रौद्योगिकी रियल एस्टेट क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

2024 का साल भारतीय रियल एस्टेट बाजार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। इस साल, बड़े पैमाने पर इक्विटी निवेश, विलय और अधिग्रहण, और QIP के जरिए प्रॉपर्टी बाजार में एक नई ऊर्जा आई है।

वैश्विक निवेशकों और निजी इक्विटी फर्मों की भागीदारी ने इस क्षेत्र को मजबूती दी है। 2024 में हुए बड़े सौदों और निवेशों से यह स्पष्ट है कि भारत का रियल एस्टेट सेक्टर अब एक बड़े निवेश केंद्र के रूप में उभर रहा है। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र और भी ऊंचाइयों को छू सकता है, जिससे निवेशकों को बड़े मुनाफे के अवसर मिल सकते हैं।

आखिरकार, अगर आप रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। भारतीय प्रॉपर्टी बाजार में हो रहे ये बड़े सौदे और निवेश दर्शाते हैं कि यह सेक्टर न केवल स्थिर है बल्कि आने वाले समय में और भी तेजी से बढ़ने वाला है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here