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नारी उदय फाऊंडेशन के दिव्यांग खिलाड़ियों ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेलों का अपना महत्व है। यदि प्रति दिन कोई भी खेल आप खेलते हैं तो न केवल आप का स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्की आप मानसिक रूप से भी मजबूत बनते है। इसी लिए खेल तो सभी के लिए आवश्यक है। दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी समय समय पर खेल प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में 15 से 16 अक्तूबर के बीच महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 2nd गोलबाल नैशनल चैंपियनशिप में नारी उदय फाऊंडेशन संस्था घनीपूरा रोहतक के नेत्रहीन बच्चों ने पहली बार नैशनल गेम खेलते हुए सेमीफाइनल में हरियाणा बॉयज टीम ने उत्तर प्रदेश टीम को 10/9 से हरा कर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया।

खेलों में इस उपलब्धी के लिए दिव्यांग बच्चो की हौसला अफजाई करते हुए चीफ़ गेस्ट हरियाणा वेलफेयर सोसायटी फार पर्सन्स विद स्पीच एंड हीयरिग इंपेयरमेंट की चेयरपर्सन एवं एमडीयू की प्रथम महिला डा. शरणजीत कौर ने सभी विजेता खिलाड़ियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। चेयरपर्सन एवं एमडीयू की प्रथम महिला डा. शरणजीत कौर व खेल निदेशक डॉ देवेन्द्र सिंह ढुल ने सभी विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहना और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया और जीवन में आगे बढ़ने के लिए न केवल हौशला बढ़या बल्की आशीष प्रदान किया।

खिलाड़ियों के सम्मान समारोह के समापन उपरान्त नारी उदय फाऊंडेशन के सभी सदस्य ब्रॉन्ज मेडल विजेता खिलाड़ियों को पूरी धूमधाम से उनके घर लेकर आए और घणीपुरा मंडल के मेंबर बबलू मल्होत्रा ने सभी खिलाड़ियों को माला पहना कर उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर निदेशक रानी हुड्डा, डॉ गणेश खरात, डॉ कृष्ण फौगाट, सुरेंद्र अहलावत, विनय, जिया, साहिल, बिरमती, सभी नेत्रहीन बच्चे और घनीपुरा के स्थानीय निवासी मौजूद रहे।

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