तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन NCC हिसार ने 25वीं कारगिल विजय दिवस मनाया

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तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन NCC हिसार ने कारगिल विजय दिवस

कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के उपलक्ष्य में सप्त शक्ति कमान के हिसार सैन्य स्टेशन में पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में हिसार सैन्य स्टेशन के सभी अधिकारियों, पूर्व सैनिकों और NCC के छात्रों ने भाग लिया।


इस शुभ सभा में कारगिल युद्ध में सक्रिय भाग लेने वाले तीन दिग्गजों की उपस्थिति थी। सभा ने देश की संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले कारगिल युद्ध के बहादुरों के साथ-साथ भारतीय सेना के “नाम, नमक और निशान” के आदर्श वाक्य को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए 33 आर्मड डिवीजन के वीएसएम, जीओसी मेजर जनरल अमित तलवार ने युद्ध के दौरान हमारे सैनिकों द्वारा झेली गई कठिनाइयों और देश को बाहरी और आंतरिक खतरों से सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक सैनिक की जिम्मेदारी पर जोर दिया। जी. ओ. सी. ने बहादुरों को श्रद्धांजलि भी दी और राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए दिग्गजों के प्रति आभार व्यक्त किया।

तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन NCC हिसार ने कारगिल विजय दिवस
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कारगिल युद्ध का इतिहास

26 जुलाई, 1999 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध में जीत हासिल की थी। यह युद्ध भारतीय सेना के शौर्य, साहस और बलिदान का प्रतीक है। दुर्गम चोटियों पर पाकिस्तानी सैनिकों ने घुसपैठ की थी, जिसे भारतीय सेना ने बेहतरीन रणनीति और अदम्य साहस से खदेड़ दिया। इस विजय के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।

Kargil War Story: कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के कारगिल जिले और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास लड़ा गया था। युद्ध के दौरान, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ दिया और टाइगर हिल और अन्य चौकियों पर दोबारा कब्ज़ा करने में सफल रही। भारतीय सैनिकों ने तीन महीने के संघर्ष के बाद यह जीत हासिल की थी। इस युद्ध में भारत ने लगभग 490 अधिकारियों, सैनिकों और जवानों को खो दिया था। कारगिल युद्ध में भारत की जीत के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है। आइए अब हम जानते हैं कारगिल युद्ध की पूरी कहानी (Kargil War Story) विस्तार से।

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कारगिल युद्ध की पूरी कहानी विस्तार से – Kargil War Story

संघर्ष मई की शुरुआत में शुरू हुआ जब भारतीय सेना को पता चला कि पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारतीय प्रशासित क्षेत्र में घुसपैठ की है। घुसपैठ का पता चलने के बाद, भारत ने सेना और वायु सेना को घुसपैठियों को पीछे धकेलने का आदेश दिया, जिनमें पाकिस्तानी सेना के नियमित सैनिक भी शामिल थे। यह भीषण लड़ाई समुद्र तल से 5,000 मीटर (16,400 फीट) ऊपर कठोर इलाके में हुई, जबकि गहन राजनयिक गतिविधि अन्य जगहों पर हुई।

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उत्साह के साथ मनाया

तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन एनसीसी ने 26 जुलाई 2024 को कारगिल दिवस मनाया गया | कारगिल दिवस के उपलक्ष में भव्य कार्यक्रम का आयोजन चौधरी रणबीर
सिंह ऑडिटोरियम, गुरु जम्भेश्वर विश्विधालय विज्ञान एवं तकनीकी में किया गया | इसकार्यक्रम में माननीय कुलपति, प्रोफेसर (डॉ) नरसी राम बिश्नोई बतौर मुख्यातिथि
कार्यक्रम में शिरकत की | इस कार्यक्रम में तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन केअंतर्गत आने विद्यालयों/महाविद्यालयों के कुल 780 कैडेटों व 16 ANO/CTOs ने
हिस्सा लिया | कार्यक्रम कि शुरुआत गार्ड ऑफ़ ऑनर से की गयी | तथा कारगिल जंग
में शहीद हुए सभी शहीदों को पुष्प अर्पित किया गया | मंच का संचालन थर्ड ऑफिसर लवलीन कौर द्वारा किया गया | उसके बाद बटालियन के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न
स्कूलों और कॉलेज के कैडेट्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की | सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात् कारगिल लड़ाई के साक्षात् व हिस्सा रहे रिटायर्ड सूबेदार एवं ऑनरेरी
कैप्टन कृष्ण सिहाग ने युद्ध के दौरान हुए अपने अनुभवों को सभी एनसीसी कैडेटों और दर्शकों के साथ साझा किया | इस अवसर पर कमान अधिकारी, कर्नल ज्ञान प्रकाश
पाण्डेय ने कहा कि आज की पीढ़ी को शहीदों के जीवन व कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिये इन्ही देशभक्तों के कारण हम और हमारा देश सुरक्षित है |

एडम ऑफिसर, मेजर
आकांक्षा पांडे ने बताया कि कारगिल की विजय गाथा आज भी भारतीयों को गर्व कि अनुभूति कराती है तथा इस प्रकार के कार्यक्रम से एनसीसी कैडेट्स में देश प्रेम कि
भावना जागृत होती है I कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागियों,मुख्यातिथि व माननीय कुलपति को आभार स्वरूप भेंट प्रस्तुत की गयी | कुलपति,
प्रोफेसर (डॉ) नरसी राम बिश्नोई ने भारत देश की अखंडता और प्रभुता को बनाये रखने के लिए एनसीसी कैडेट्स को एक साथ मिलकर कार्य करने और देश प्रेम का सन्देश देने और
पालन करने की बात पर अमल करने के लिए कहा I इसी के साथ राष्ट्रीय गान व भारत माता की जयकारे के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गयी | तृतीय हरियाणा कन्या
बटालियन एनसीसी हिसार से सूबेदार मेजर यश पॉल, सूबेदार महिपाल, सूबेदार मदन सिंह, हवलदार राजकुमार, हवलदार उदयवीर, हवलदार प्रभु सीनियर जीसीआई निशा,
जीसीआई संगीता सहारण, गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी एनसीसी इंचार्ज मनीषा पायल और और सभी विद्यालयों/महाविद्यालयों की एएनओ/सीटीओ उपस्थित रहे |

महाबीर स्टेडियम, हिसार में सेना ने कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाई* हिसार कैंट की सेना ने कारगिल युद्ध की रजत जयंती के अवसर पर नेक पहल की और महाबीर स्टेडियम, हिसार में एक मनमोहक आर्मी बैंड सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया।

तृतीय हरियाणा कन्या बटालियन NCC हिसार ने कारगिल विजय दिवस
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इस कार्यक्रम में सैन्य बैंड शामिल थे जो मार्शल देशभक्ति गीत बजा रहे थे।
OP जिंदल स्कूल के बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किया और 3 NCC बटालियन के NCC कैडेटों ने देशभक्ति कविताएं, गीत और नृत्य करके अपने कौशल का प्रदर्शन किया।

इस कार्यक्रम में हिसार मिलिट्री स्टेशन के अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों और सैनिकों ने भाग लिया।
समारोह में हिसार के पूर्व सैनिक भी शामिल हुए, जिनमें कारगिल के दिग्गज भी शामिल थे।

इसके अलावा NCC कैडेट, विभिन्न स्कूलों के स्कूली बच्चे और नागरिक भी उपस्थित थे।

मेजर जनरल अमित तलवार, विशिष्ट सेवा मेडल, GOC हिसार डिवीजन इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, उनके साथ हिसार सैन्य स्टेशन के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

यह कार्यक्रम हमारे कारगिल नायकों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि का प्रतीक था।

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